लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा के खतरे को देखते हुए उनकी सुरक्षा में तैनात अधिक उम्र के पुलिस कर्मियों को हटाकर युवा और चुस्त-दुरुस्त पुलिस कर्मियों को तैनात किया जा सकता है। मुख्यमंत्री को खतरा और उनके अत्यधिक दौरों को देखते हुए पुलिस के सुरक्षा विभाग ने यह प्रस्ताव तैयार किया है। डीजीपी की सहमति मिलते ही इस पर अमल किया जाएगा।

सूत्रों के अनुसार एडीजी सुरक्षा विजय कुमार ने इस आशय का प्रस्ताव डीजीपी ओपी सिंह को भेजा है। इसमें कहा गया है कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनाए रखने के लिए उनकी सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों का चुस्त-दुरुस्त होना बहुत जरूरी है। वर्तमान में मुख्यमंत्री के प्रदेश एवं बाहरी प्रदेश के जिलों में अधिक संख्या में हो रहे दौरे हो रहे हैं। इन दौरों को देखते हुए उनकी सुरक्षा में नियुक्त सुरक्षाकर्मियों की कार्यदक्षता का आकलन करने के बाद मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात अधिक उम्र के सुरक्षाकर्मियों को हटाते हुए उनके स्थान पर चुस्त-दुरुस्त सुरक्षाकर्मियों को नियुक्त किए जाने की जरूरत महसूस की जा रही है।

एडीजी सुरक्षा ने मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात होने वाले इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर व हेड कांस्टेबल की अधिकतम उम्र 40 वर्ष किए जाने का प्रस्ताव किया है। उन्होंने डीजीपी से प्रदेश की विभिन्न पुलिस इकाइयों व जिलों में नियुक्त सुरक्षा कर्मियों का साक्षात्कार कर चयन किए जाने पर सहमति देने का अनुरोध किया है। चयनित सुरक्षाकर्मियों की तैनाती मुख्यमंत्री की सुरक्षा में की जाएगी।