नई दिल्ली: विवादित इस्‍लामिक प्रचारक जाकिर नाइक ने उनके भारत लौटने की खबर को अफवाह करार दिया है. मलेशियाई पुलिस की ओर से जानकारी दी गई थी कि जाकिर नाइक को भारत भेजा जा रहा है. इसके बाद से ही मुंबई पुलिस में हलचल तेज हो गई थी. हालांकि मुंबई पुलिस की ओर से इस तरह की जानकारी से इनकार किया जा रहा था. जाकिर को अक्‍टूबर 2017 में मलेशिया में देखा गया था. इसके बाद से ही भारत उन्हें भारत लाने की कोशिश कर रहा है.

जाकिर नाइक ने कहा, "भारत आने के बारे में चल रही खबरें पूरी तरह से आधारहीन और झूठी हैं. मेरे पास भारत आने की कोई प्लानिंग नहीं है."

नाइक ने कहा, "जब तक मैं पूरी तरह से खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता, तब तक भारत आने का सवाल ही नहीं है. इंशा अल्लाह जब मुझे लगेगा कि सरकार सिर्फ उचित और निष्पक्ष होगी तो मैं निश्चित रूप से अपने वतन लौट आऊंगा."

गौरतलब है कि एनआईए ने नफरत भरे भाषणों के जरिए युवाओं को आतंकी गतिविधियों के लिए उकसाने और समुदायों के बीच शत्रुता बढ़ाने के आरोप में विवादित इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक के खिलाफ विशेष अदालत में आरोप पत्र दायर किया था. बांग्लादेश की राजधानी ढाका में आतंकी हमले के बाद एक जुलाई, 2016 को नाइक देश से बाहर चला गया था. बांग्लादेश ने दावा किया था कि हमले में शामिल आतंकवादी नाइक के भाषणों से प्रेरित थे.

एनआईए ने 18 नवंबर, 2016 को अपनी मुंबई शाखा में नाइक के खिलाफ यूएपीए कानून और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. नाइक के संगठन 'इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन' (आईआरएफ) को केंद्रीय गृह मंत्रालय पहले ही गैरकानूनी संगठन घोषित कर चुका है.