लखनऊ: वर्ष 1984 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डा.अनूप चंद्र पांडेय ने शनिवार की शाम को प्रदेश के नए मुख्य सचिव पद का कार्यभार ग्रहण कर लिया। डा.पांडेय ने वरिष्ठतम आईएएस अधिकारी राजीव कुमार से इस पद का कार्यभार संभाला। डा.पांडेय प्रदेश के 52वें मुख्य सचिव बने हैं।

नए मुख्य सचिव के रूप में कार्यभार संभालने के बाद डा.पांडेय ने पत्रकारों से बातचीत में अपनी प्राथिमकताएं गिनाईं। उन्होंने कहा कि विकास की गति को तेज करना, युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिलें और किसानों की आय दोगुनी हो, यह उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने कहा कि सरकार के संकल्प पत्र में दिए गए संकल्पों को सफलतापूर्वक समयबद्ध तरीके से और पारदर्शिता के जमीन पर उतारना उनका लक्ष्य होगा। इस संकल्प पत्र में सभी तबकों के कल्याण और विकास की बात कही गई है।

डा.पांडेय ने कहा कि यूपी की ब्यूरोक्रेसी देश में सबसे अच्छी है और उन्हें ब्यूरोक्रेसी के रूप में सबसे अच्छी टीम मिली है। जिसके साथ मिलकर एक टीम के रूप में काम करके जो व्यवस्था में कमियां हैं, उनको सुधारने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट से यूपी के प्रति देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में विश्वास बढ़ा। सवा चार लाख निवेशकों के प्रस्ताव आए। इस विश्वास पर हमें खरा उतरना है। 50 हजार निवेशक जमीन लेकर उद्योग लगाने के तैयार हैं। इनकी क्लीयरेंस करानी है। दो करोड़ हस्तशिल्पियों के कल्याण के लिए भी खाका खींचा है। वे चाहते हैं कि यूपी में निवेश की धार बहे और रोजगार के अवसर ज्यादा से ज्यादा पैदा हों। सरकार ने जो बीस लाख युवाओं को रोजगार देने की बात कही है, हमारी कोशिश होगी कि 20 के बजाए 25 लाख को रोजगार दें।

डॉ. अनूप चंद्र पांडेय की ताजपोशी से पहले वर्तमान मुख्य सचिव राजीव कुमार प्रथम को कैबिनेट में भावभीनी विदाई दी गई। यह उनकी मुख्य सचिव-कैबिनेट सचिव के रूप में आखिरी कैबिनेट बैठक थी। राजीव कुमार ने सहयोग के लिए मुख्यमंत्री सहित पूरी कैबिनेट का आभार व्यक्त किया। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनकी सेवाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे चाहेंगे कि राजीव कुमार की सेवाएं किसी न किसी रूप में यूपी को मिलती रहें। ऐसा कहकर मुख्यमंत्री ने उनको कोई नया पद दिए जाने के संकेत दिए। सूत्रों के अनुसार अब उनको मुख्य सलाहकार या रेरा का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। हालांकि यह उनके ऊपर निर्भर करेगा कि वे लखनऊ में रहना पसंद करेंगे या दिल्ली में, क्योंकि उनका नाम यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग नई दिल्ली) के सदस्य के लिए भी चल रहा है।

मुख्यमंत्री ने उनको विदाई देते हुए कैबिनेट में यह भी कहा कि जिस माहौल में वे मुख्य सचिव पद पर आए, उस समय ब्यूरोक्रेसी के अंदर कठिनाई का माहौल था। जिसे उन्होंने बहुत अच्छे तरीके से संभाला और उसमें शासन-प्रशासन चलाने में तमाम सुधार किए। योजनाओं और कार्यक्रमों को सुचारू रूप से लागू किया। श्री योगी ने कहा कि कई मुख्य सचिवों और अफसरों की इंटीग्रिटी को लेकर सुनते आए हैं लेकिन राजीव कुमार पर कोई उंगली नहीं उठा सकता है। यह बहुत बड़ी चीज है।

डाॅ0 शर्मा ने कहा कि उ0प्र0 में आयुष विभाग ने तेजी से काम किया है। जन- जन तक आयुष विधा को पहुंचाया गया है, योग सम्बन्धित प्रतियोगिता, सेमिनार और पखवाड़ा का आयोजन किये जाने से लोगों का ध्यान योग की तरफ बढ़ा है। उन्होंने कहा कि योग और आयुष विधा को बढ़ाने के लिए सरकार प्रयासरत है। स्कूलों में कक्षा 01 से 11 तक के विद्यार्थियों को योग के प्रति रूचि बढ़ाने के लिए उनके पाठ्यक्रम में योग शामिल किया जायेगा। शीघ्र ही प्रदेश में एक आयुष विश्वविद्यालय खोला जायेगा, जिसमें योग सम्बन्धित विषय भी शामिल होंगे।