नई दिल्ली: बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण शौरी ने एक बार फिर अपनी ही सरकार पर निशाना साधा है. शौरी ने कहा कि सिर्फ हिन्दू मुसलमान के बीच दूरी पैदा करके राजनीतिक लाभ हासिल करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने इस पुस्तक विमोचन समारोह से दूरी बनाने के लिए कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि मुख्य विपक्षी पार्टी ने यह कदम क्यों उठाया.

वहीं कांग्रेस नेता सैफ़ुद्दीन सोज़ की बुक लॉन्च पर पहुंचे शौरी ने सर्जिकल स्ट्राइक को फर्जिकल स्ट्राइक बताया. साथ ही कहा कि सरकार के पास पाकिस्तान, चीन और बैंकों के लिए कोई नीति नहीं है. कश्मीर पर बयान को लेकर विवादों में सैफ़ुद्दीन सोज़ से कांग्रेस किनारा करती दिख रही है. सोमवार को उनके किताब के लॉन्च पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पी चिदंबरम समेत कई बड़े कांग्रेसी नेता दूर रहे. हालांकि इस दौरान जयराम रमेश दर्शकों के बीच बैठे दिखे.

इस मौके पर सैफ़ुद्दीन सोज ने कहा कि कश्मीर की 'आज़ादी' संभव नहीं है और इसे भारतीय संविधान के तहत अपने साथ समाहित करना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर भारत को पहचानने की प्रयोगशाला है और हिंसा से कोई समाधान नहीं निकलेगा, बल्कि बातचीत की एकमात्र उम्मीद है. अपनी पुस्तक कश्मीर: गिलम्पसेज ऑफ हिस्ट्री एंड द स्टोरी ऑफ स्ट्रगल' में विमोचन के मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि कश्मीर मुद्दे के समाधान के दो मौके चूक गए. पहला मौका अटल बिहारी वाजपेयी के समय और दूसरा मौका मनमोहन सिंह के समय था. सोज ने कहा, 'मैं मुशर्रफ के विचार का समर्थन नहीं करता. यह सब (खबर) मीडिया ने कर दिया. मुशर्रफ ने खुद अपने जनरल से कहा था कि कश्मीर की आजादी संभव नहीं.'