समारा: उरुग्वे ने फीफा विश्व कप में सोमवार को समारा एरिना में खेले गए ग्रुप-ए के अपने तीसरे और आखिरी मैच में 1- खिलाड़ियों से खेल रही मेजबान रूस को 3-0 से मात देकर हैट्रिक पूरी कर ली। इसी के साथ उरुग्वे ने ग्रुप दौर का अंत अपने ग्रुप में पहले स्थान पर रहकर किया है। उसके तीन मैचों में तीन जीत के साथ नौ अंक हैं। वहीं रूस के तीन मैचों में दो जीत और एक हार के साथ छह अंक हैं।

उरुग्वे ने ग्रुप दौर के अपने सभी मैचों में एक भी गोल नहीं किया खाया और हमेशा क्लीनशीट हासिल की। उरुग्वे ने ऐसा पांचवीं बार किया है जब उसने विश्व कप में ग्रुप दौर का अंत क्लीनशीट के साथ किया हो। इससे पहले उरुग्वे ने 1930, 1950, 1954 और 2010 में ग्रुप दौर का अंत सभी मैचों में क्लीनशीट के साथ किया था।

रूस ने बीते दो मैचों में जो आक्रामकता दिखाई तो वहीं कहीं न कहीं उरुग्वे के डिफेंस के सामने कमजोर पड़ रही थी क्योंकि मेजबान टीम अपने मौकों को फिनिश नहीं कर पा रही थी। वहीं उरुग्वे का डिफेंस तो अच्छा कर रहा था उसकी आक्रामण पंक्ति भी रूस पर हावी थी। उसे 10वें मिनट में फ्री किक मिली जिसे लुइस सुआरेज ने गोल में बदल कर उरुग्वे को 1-0 से आगे कर दिया। यह सुआरेज का 52वां अंतरार्ष्ट्रीय गोल था।

रूस के लिए इस विश्व कप में अभी तक सबसे ज्यादा गोल करने वाले डेनिस चेरिशेव ने आत्मघाती गोल कर उरुग्वे को 2-0 से आगे कर दिया। दरअसल 23वें मिनट में उरुग्वे को कॉर्नर मिला और रूस के डिफेंडर ने उसे क्लियर कर दिया। जो पैनल्टी एरिया के बाहर खड़े डिएगो लाक्जाट के पास गया। डिएगो की किक चेरिशेव के पैर से टकरा कर नेट में चली गई और रूस के हताशा हाथ लगी। उरुग्वे ने इसके बाद दो गोल करने के मौके गंवाए। रूस के लिए और बुरा यह हुआ की उसके इगोर स्मोलनिकोव को 30वें और 36वें मिनट में दो येलो कार्ड मिले जिसके कारण उन्हें बाहर जाना पड़ा। यहां से रूस ने 10 खिलाड़ियों के साथ मैच खेला।

दूसरे हाफ में रूस ने अपन खेल में सुधार किया और उरुग्वे के डिफेंस की परीक्षा ली। 10 खिलाड़ियों से खेलने के बावजूद भी रूस ने उरुग्वे की आक्रमण पंक्ति के पैनल्टी एरिया में लगातार विफल किया। 69वें मिनट में हालांकि एडिल्सन कावानी ने उरुग्वे के लिए मौका बनाया लेकिन वो गेंद को गोल से दूर खेल गए और विश्व कप में अपना खाता नहीं खोल पाए। उन्होंने 90वें मिनट में कॉर्नर पर रिबाउंड पर गोल कर आखिरकार अपना खाता खोला।