लखीमपुर खीरी जिले के फरधान छेत्र के ग्राम बरखेरवा में किसानों की फसल सिंचाई के लिये माइनर में पानी भेजे जाने समेत 3 मांगों को लेकर 6किसानों का आमरण अनशन चल रहा था कल शाम आंदोलन कारी किसानों से एमएलसी माननीय शशांक यादव मिलने पहुंचे उन्होंने नहर से बरखेरवा माइनर में पानी लाने के लिये नहर में ठोकर बनवाने के लिये जारी आंदोलन को समर्थन व सहयोग का वादा किया और एसडीएम लखीमपुर को समस्याओं से अवगत कराया।और कहा कि आवश्यकतानुसार अपनी निधि से धनराशि देंगे। प्रशासन काम कराए इसके बाद जिला प्रशासन में हलचल मच गई ।और आज 10बजे ही तहसीलदार सदर दाल बल के साथ बरखेरवा पहुंचे और अनशन कारी किसानों की डीएम से वार्ता कराई और डीएम के अस्वाशन पर अनशन तोड़वा कर तहसीलदार अपने साथ अनशन कारी किसानों को डीएम कार्यालय लेकर आए जहाँ डीएम ने नहर से सिंचाई के लिये ठोकर निर्माण और गांव में हैंडपंपों को लगाने के लिये सिचाई विभाग और जल निगम के अधिशासी अभियंताओ को वार्ता के दौरान निर्देश दिये।

मालूम हो कि 13 जून को बरखेरवा के 50 किसानों द्वारा हस्ताक्षर युक्त पत्र उपजिलाधिकारी लखीमपुर को दिया था लेकिन विभाग के अधिकारियों की तरफ से कोई आस्वासन भी नहीं मिला तो किसान ने संघर्ष का रास्ता अख्तियार करके आनिश्चित कालीन अनशन प्रारंभ कर दिया गांव के किसान मेवालाल और रोशन लाल बताते हैं कि नहर में बरखेरवा नाले में पानी पहुंचाने के लिये ठोकर बनी थी बाद में उसे तोड़ दिया गया जिसकारण नाले में अब पानी नहीं आ रहा है जिसकारण हजारों एकड़ भूमि असिंचित है और किसान बर्बाद हो रहे हैं बरखेरवा के जसकरन लाल व मूलचंद ने बताया कि गांव में भी पेयजल की समस्या हो गयी है जलस्तर नीचे चला गया है इसलिए गांव में पानी की टंकी की जरूरत है वहीं सौरभ शुक्ला और रामू कहते हैं कि पम्पसेट से बमुश्किल जो फसल तैयार की जा रही है उसे आवारा पशु बर्बाद कर रहे हैं