लखनऊ: अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर वाराणसी के सिगरा स्टेडियम में भारतीय जनता पार्टी प्रदेश डा. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने योग किया।
डा. पाण्डेय ने योग दिवस पर वाराणसी में अपने संदेश में कहा कि भारतीय संस्कृति के मूल में सर्वे भवन्तुः सुुखिनः सर्वें सन्तु निरामयाः का विश्व कल्याणकारी भाव निहित है। योग से निरोग व अजर होकर असमय मृत्यु से बचा जा सकता है। योग भारत द्वारा विश्व को अमूल्य उपहार है। प्रधानमंत्री मा. नरेन्द्र मोदी जी ने संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा योग के प्रभाव को स्वीकार करवा कर विश्व को योग से निरोग पथ पर अग्रसर किया है। मोदी जी का विश्वकल्याणकारी प्रयास विश्व स्वीकार्यता के साथ विश्व योग दिवस के रूप में पूरे विश्व में जयघोष कर रहा है। जहां एक ओर विश्व योगमय है तो वहीं भारत गौरवान्वित है।

प्रदेश अध्यक्ष डा. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि योग को लेकर किसी भी तरह की राजनीति नहीं की जानी चाहिए बल्कि सभी राजनीतिक दलों के लोगों को इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। योग के ऊपर किसी का कॉपीराइट नहीं है। यह हमारी भारतीयता की पहचान को दर्शाता है और करोड़ों-करोड़ लोग हमारी इस भारतीय विधा को अपनाकर आज स्वास्थ्य के क्षेत्र में लाभान्वित होते जा रहे है। इसका प्रचार और प्रसार लगातार बढ़ रहा है हम सभी थोड़ा सा समय निकाल कर अगर अपने जीवन में योग को अपनाएंगे तो निश्चित ही एक स्वस्थ और मजबूत भारत की आधारशिला रखने में सफल होगें।

प्रदेश अध्यक्ष डा. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने योग दिवस पर जनकल्याण की मंगलकामना के साथ कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में राष्ट्रकी गौरवगरिमा निरन्तर विश्वव्यापी हो रही है। शरीर, मन व मस्तिष्क को निरोगी कर अध्यात्मिक मार्ग प्रशस्त करने वाले योग को मोदी जी के प्रयास से पूरे विश्व में स्वीकार्यता मिली जिसने हर एक भारतीय को गर्वित किया है। भारत ने सदैव ही विश्व बंधुत्व, विश्वशान्ति और विश्व कल्याण का संदेश दिया है। जिसे योग के रूप में विश्व ने स्वीकार है। योग की सार्वभौमिकता से विश्व आध्यात्मिक मार्ग पर प्रशस्त होगा। भारत पुनः विश्वगुरू बनकर विश्व मार्गदर्शन करेगा और विश्वशान्ति का अग्रदूत बनेगा।