लखनऊ : एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स (ए पी सी आर) द्वारा सराहनीय कदम उठाते हुए लखनऊ के मॉडल जेल में बंद कैदियों के लिए रोज़ा अफ्तार का आयोजन किया गया। अफ्तार में गंगा जमुनी सभ्यता की भी झलक मिली, और लगभग चार सौ पचास कैदियों ने एक साथ मिल कर रोज़ा अफ्तार किया।

स्पष्ट रेह कि एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स (ए पी सी आर) जो कि गरीब और पिछड़े लोगों की कानूनी सहायता और मार्गदर्शन, गरीबों के लिए कानूनी सुरक्षा, अन्याय के शिकार लोगों के लिए कानूनी रक्षा और देश व समाज से अन्याय और अत्याचार के अंत के लिए प्रयासरत है. इस से पूर्व में भी एसोसिएशन द्वारा कानूनी पैरवी कर के जेल से कई कैदियों को रिहा भी कराया गया। इसी कड़ी में आज लखनऊ की मॉडल जेल में बंद कैदियों के लिए रोज़ा अफ्तार की व्यवस्था की गई। इस अवसर पर डिप्टी जेलर अंजली वर्मा उपस्थित थीं। अंजली वर्मा ने कहा कि ए पी सी आर द्वारा उठाया गया यह कदम सराहनीय है, यह कार्य आपसी भाई चारा को बढ़ावा देगा, साथ ही कैदियों में आशा दिखेगी, और रिहाई के बाद इन में भी समाज सेवा की भावना जागेगी।
रोज़ा अफ्तार के बाद एक छोटे से कार्यक्रम में कैदियों को संबोधित करते हुए, डॉ जुबैर मलिक फलाही ने कहा की एक अच्छे इन्सान को दोसरों को कष्ट पहुँचाने और दोसरों से लड़ाई झगड़ा से दूर रहना चाहिए , क्यूंकि यही सब वो कारण हैं जिन से एक व्यक्ति परेशानियाँ झेलता है.

ए पी सी आर के सचिव एडवोoकेट नज्मुस्साकिब खान ने कहा कि आज के इस अफ्तार का सबसे बड़ा उद्देश्य यह है कि चूंकि जेल एक ऐसा स्थान है जहां हर साधारण व्यक्ति नहीं पहुँचता है, जबकि वास्तविकता तो यह है कि यह जेलें भी समाज का एक हिस्सा होती हैं। इन जेलों में बंद कैदियों के बारे में सोचन, उन्हें समाज के लिए काम का बनाना तथा उन्हें मुख्यधारा में जोड़न, हम सब की सामाजिक जिम्मेदारी है ताकि प्रत्येक कैदी रिहाई के बाद एक अच्छा नागरिक बन कर जीवन गुज़ार सके.

इस अवसर पर विशेष रूप से जमात ए इस्लामी हिंद लखनऊ के अध्यक्ष मोहम्मद साबिर खान, एस आई ओ यूपी सेंट्रल के अध्यक्ष मोहम्मद असिफ अकरम खान, अफजल खान और शान इलाही भी मौजूद थे।