कटिहार कदवा: आजमनगर प्रखंड के हरनागर गांव के घोरदह हाट पर चाय दूकान के एक झोपड़ी में सो रहे एक ही परिवार के चार लोगों को जिंदा जला दिया। इस घटना में दो बच्चे की मौत हो गई जबकि उसके माता मंजू देवी और पिता पजन दास गंभीर रूप से झुलसे हुए हैं। घटना की सूचना पर जिला पदाधिकारी श्रीमती पूनम ओएसडी शंकर शरण सदर अस्पताल पहुंचकर झुलसे पति-पत्नी के बेहतर इलाज के करने का आदेश सिविल सर्जन को दिया है।

वहीं घटनास्थल पर पहुंच कर अधीक्षक विकास कुमार स्थिति का जायजा ले रहे हैं। जिला पदाधिकारी श्रीमती पूनम ने बताया घटना की जांच कराई जाएगी इस मामले में जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। घटना का मॉनिटरिंग पुलिस अधीक्षक कर रहे हैं। आरोपी को जल्दी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। घटना को लेकर सदर अस्पताल में इलाजरत झुलसी महिला मंजू देवी और उसके पति पजन दास ने बताया ने वे लोग हर नगर गांव के रहने वाले हैं । गांव से दो किलोमीटर दूर घोरदह हाट पर अपना चाय दुकान चलाता है। उसका दुकान सरकारी जमीन पर है। दुकान के पीछे जमीन को मजलूम आलम ने खरीद लिया था। रविवार की शाम 5 बजे मजलूम उनके दुकान पर आया और कहा कि जमीन खाली कर दो नहीं तो सबको जिंदा जला कर मार देंगे। इस घटना के बाद वे लोग रात में दुकान को बंद कर रात में झोपड़ीनूमा दुकान के अंदर ही अपनी दोनों बेटी के साथ घर के अंदर सो गए। रात करीब बारह से एक बजे के बीच उन्होंने देखा कि उसके बिस्तर में आग लगी हुई है। मच्छरदानी पूरी तरह से जल रहा है। जब तक वह कुछ तब तक आग में उसकी दोनों बच्चे झुलस गई थी। पांच वर्षीय प्रीति कुमारी के सामने ही जिंदा जलकर मर गई जबकि 2 वर्षीय किरण कुमारी पूरी तरह झुलस कर भी जीवित थी।

चीखने चिल्लाने पर चौक के आसपास के लोग वहां पहुंचे। और उन्हें और उनके बच्चे को इलाज के लिए कदवा अस्पताल ले जाने लगे। रास्ते में ही उसकी दो वर्षीय बेटी किरण कुमारी की मौत हो गई। कदवा पीएचएससी में कुछ देर रखने के बाद दोनों जख्मी को एंबुलेंस से सदर अस्पताल भेजा गया। जहां पर डॉक्टर एके देव ने बेहतर इलाज के लिए बर्न वार्ड में भर्ती कर लिया है। घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। एसपी विकास कुमार घटनास्थल की रवाना हो गये है जबकि सदर एसडीपीओ अनिल कुमार सर्किल ए के इंस्पेक्टर निर्मल कुमार यादव सर्किल बी के इंस्पेक्टर महफूज आलम, बलिया बेलोन थाना अध्यक्ष दिनेश कुमार दल बल के साथ सदर अस्पताल पहुंचे। जख्मी से फर्द बयान लेकर आगे की कार्रवाई में पुलिस जुट गई है। वहीं सदर अस्पताल की ओर से डीपीएम निलेश कुमार सदर अस्पताल पहुंचकर रोगियों की हरसंभव बेहतर इलाज में जुटे हुए हैं। समाचार लिखे जाने तक दंपत्ति मंजू कुमारी और पजन गंभीर बनी हुई थी। दोनों को आईसीयू में शिफ्ट करने पर विचार किया जा रहा था। दूसरी और घटना को लेकर एसपी के पहुंचने के तुरंत बाद ही एसडीपीओ पंकज कुमार आजमनगर थाना व कदवा थाना अध्यक्ष तथा पुलिस लाइन से अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखे हैं।