नई दिल्ली: अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने कनाडा में आयोजित जी-7 सम्मेलन के साझा बयान में शामिल होने से इनकार कर दिया है और सम्मेलन को बीच में ही छोड़ वापस अमेरिका लौट गए। दरअसल व्यापार नियमों, पर्यावरण, ईरान और रूस के जी-7 में पुन: प्रवेश के मुद्दों पर शुरुआती बैठक में ही अमेरिका और जी-7 के बाकी देशों के बीच गंभीर मतभेद पैदा हो गए। इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो टैरिफ के मसले पर आमने-सामने आ गए हैं और इस लड़ाई में ट्रंप ने ट्रूडो को बेईमान और कमजोर तक कह दिया है।

वैश्विक व्यापार नियमों समेत कई मसलों पर अमेरिका के अलग-थलग पड़ने के बाद शुक्रवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने समय से पहले जी-7 सम्मेलन छोड़ दिया। वह कनाडा से वापस अमेरिका चले गए हैं। व्यापार नियमों, पर्यावरण, ईरान और रूस के जी-7 में पुन: प्रवेश के मुद्दों पर शुरुआती बैठक में ही अमेरिका और जी-7 के बाकी देशों के बीच गंभीर मतभेद पैदा हो गए।

इस बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि एक जुलाई से वो अमरीका के आयात शुल्क के जवाब में टैरिफ़ की घोषणा करेंगे। ट्रूडो ने कहा कि कनाडाई सभ्य और ज़िम्मेदार होते हैं, लेकिन आप उन्हें चौतरफा परेशान नहीं कर सकते हैं। ट्रूडो के जवाब में अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि कनाडाई प्रधानमंत्री ने गलत बयान दिया है। ट्रंप ने कहा कि अमरीका जी-7 की साझा वार्ता में शामिल नहीं होगा।

अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा कि कनाडा उनके किसानों, कामगारों और कंपनियों पर भारी टैक्स लगा रहा है। ट्रंप ने ऑटोमोबाइल पर भी पर भी आयात शुल्क लगाने की चेतावनी दी है।

बता दें कि इससे पहले जस्टिन ट्रूडो ने उत्तरी अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौते (NAFTA) और द्विपक्षीय व्यापार संधि के अमेरिका के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. जिस पर राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि अगर संशोधित NAFTA डील पर हस्ताक्षर किए जाते हैं, तो वह एल्यूमीनियम और इस्पात उत्पादों पर नए लगाए गए 25 प्रतिशत टैरिफ छोड़ देंगे।