नई दिल्ली: निपाह वायरस के कारण फैले संक्रमण का असर आर्थिक गतिविधियों पर भी पड़ने लगा है। सऊदी अरब ने वायरस के होने वाले संक्रमण को देखते हुए केरल से फल और सब्जियों के आयात पर रोक लगा दी है। सऊदी ने रिपोर्ट फाइल कर विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) को इसकी जानकारी दी है। सऊदी अरब केरल से प्रोसेस्ड और फ्रोजन फल एवं सब्जियों के बड़े आयातकों में से एक है। इससे पहले बहरीन ने भी केरल से फल और सब्जियों की आपूर्ति रोकने की घोषणा की थी। खतरनाक निपाह वायरस के कारण राज्य का फल व्यवसाय चौपट हो गया है। ऑल केरल मर्चेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष की मानें तो अब तक निपाह वायरस ने प्रदेश में 10,000 करोड़ रुपये के फल और सब्जी के व्यवसाय को प्रभावित किया है। राज्य में अब तक इस वायरस की चपेट में आने से 17 लोगों की मौत हो चुकी है। अकेले कोझिकोड में 14 लोगों को जान गंवानी पड़ी है। मलप्पुरम में तीन लोगों की इससे मौत हो चुकी है। राज्य सरकार ने निपाह के पहले संभावित शिकार मोहम्मद साबित समेत 17 लोगों की मौत की पुष्टि की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, निपाह वायरस को निष्प्रभावी करने के लिए अभी तक टीके का ईजाद नहीं हुआ है। यह शरीर में मौजूद तरल पदार्थों के जरिये फैलता है। इसके कारण इंसेफेलाइटिस और मस्तिष्क संबंधी समस्याएं सामने आती हैं।

यूएई भी आयात कर चुका है प्रतिबंधित: 29 मई को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने केरल से आयात होने वाली वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाया था। यूएई के अधिकारियों ने बताया था कि केरल से आयात किए जाने वाले 100 टन फल और सब्जियों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया गया है। हालांकि, यह बैन कुछ समय के लिए लगाया गया है। पर्यावरण, जल और कृषि मंत्रालय के मुताबिक, फलों और सब्जियों को कुछ समय के लिए प्रतिबंधित किया गया है। यूएई की स्वास्थ्य प्रदाता कंपनी वीपीएस हेल्थकेयर ने केरल सरकार को निपाह से लड़ने के लिए विमान से चिकित्सीय सामग्री भेजी है। इसके अलावा बहरीन भी केरल के उत्पादों पर बैन लगा चुका है। कृषि मंत्रालय को लिखे एक पत्र में बहरीन सरकार ने पिछले हफ्ते भारत को सूचित किया था कि वह 23 मई से केरल क्षेत्र से आयात किए जाने वाले फलों और सब्जियों पर अस्थायी प्रतिबंध लगा रहा है।