सुलतानपुर। जिले के दरियापुर मोहल्ले में निजी नर्सिंग होम चलाते हुए
जिला अस्पताल में चिकित्साधिकारी के पद पर तैनात डाॅ0 बीबी सिंह को आखिर
फिर से सीएमएस का चार्ज दे दिया गया । जिनके बारे में आरोप लगते रहे कि
ये मरीजों को अपने नर्सिंग होम में भर्ती करने के लिए भेजते हैं। बहरहाल
आरोप तो गम्भीर लगते रहते हैं लेकिन चड्ढीधारियों की बदौलत इनकी फिर से
बल्ले बल्ले हो गयी।

जिला अस्पताल में तैनात सर्जन डाॅ0बीबी सिंह का विवादों से पुराना नाता
है । इनकी तैनाती भी कई वर्षों से यहीं पर है और दरियापुर मोहल्ले में
इनके पत्नी का निजी नर्सिंग होम भी संचालित है। इनके बारे में तो यह भी
आरोप लगे हैं कि जिला अस्पताल में आये मरीजों को बेहतर चिकित्सा के लिए
अपने नर्सिंग होम में जाने की सलाह देते रहे हैं। पिछली बार जब सीएमएस के
रूप में इनकी ताजपोशी हुई तो विरोध के स्वर भी फूटने लगे थे । वरिष्ठों
को नजरन्दाज कर नर्सिंग होम संचालक को सीएमएस बनाये जाने की खबरें
समाचारपत्रों की सुर्खियां भी बनी थी। सूत्रों के मुताबिक सीएमएस की
कुर्सी पर काबिज होने के लिए डाॅ0 बीबी सिंह को संघ की भी मदद लेनी पड़ी
थी । यही वजह रही कि सीएमएस के तबादले के बाद एक बार फिर वरिष्ठ डाक्टरों
के बजाय इन्हें चार्ज दे दिया गया। चार्ज मिलने के बाद इनकी पत्नी का
नर्सिंग होम भी चल पड़ा है। बताया जाता है कि असरदार लोगों को इनके
नर्सिंग होम में काफी रियायत दी जाती है।

कई बार हो चुका है तबादला-

जिला अस्पताल में तैनात सर्जन डाॅ0 बीबी सिंह का प्राइवेट प्रैक्टिस में
लिप्त होने की शिकायतों केे चलते तबादला भी हुआ । लेकिन ये अपना तबादला
रोकवाने में सफल होते रहेेेे। इनके बारे में कहा जाता है कि ये नान
प्रैक्टिस ंभत्ता लेने के बाद भी प्राइवेट प्रैक्टिस में लिप्त रहते हैं।
इसकी जानकारी लगभग सभी प्रशासनिक व विभागीय अधिकारियों को होने के बावजूद
भी सत्ताधारी दल के नेताओं की वजह से अंगद के पांव की तरह जिला
चिकित्सालय में जम गये है।

नहीं सुधरी है व्यवस्था-

जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं बद से बदतर हो गयी हैं। कुत्ता काटने
की सुई से लेकर अन्य जरूरी दवाएं मरीजों को बाहर से खरीदनी पड़ रही हैं।
रात के समय बिजली जाने पर जनरेटर नहीं चलने से वार्डों में घुप अंधेरा हो
जाता है। भीषण गर्मी में आपरेशन वाले मरीजों का हाल बेहाल हो जाता है।

क्या कहती हैं स्वास्थ्य सचिव

स्वास्थ्य सचिव वी. हेकाली झिमोमी का कहना है कि ऐसे डाक्टर को चार्ज
किसने दिया इसकी वह जांच कराएंगी। अस्पताल में मरीजों को हर सुविधा मिलनी
चाहिए। शिकायत पर कठोर से कठोर कार्यवाही होगी।