लखनऊ: येस बैंक ने सिडबी के ग्राहकों को बैंकिंग सुविधाएं प्रदान के लिए भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) के साथ समझौता-पत्र पर हस्ताक्षर किया। यह समझौता-पत्र येस बैंक और सिडबी के बीच एक औपचारिक करार है, ताकि इन एसएमई को येस बैंक के बैंकिंग समाधान उपलब्ध कराकर एसएमई के लिए विभिन्न बैंकिंग समाधानों को चैनलाइज किया जा सके। इस समझौता-पत्र से सिडबी के एमएसएमई ग्राहकों को आसानीपूर्वक ऋण मिल सकेगा और वे सिडबी से सावधि ऋण सुविधा का लाभ ले सकेंगे (वर्तमान में एमएसएमई को 8.12 प्रतिशत ब्याज दर पर सावधि ऋण उपलब्ध करा रहा है)। इस समझौता-पत्र के अंतर्गत, ये एमएसएमई सिडबी से कार्यशील पूंजी वित्तपोषण का लाभ ले सकेंगे, जिसे येस बैंक के प्लेटफाॅर्म के जरिए मुहैया कराया जायेगा। ये एसएमई येस बैंक की विभिन्न बैंकिंग समाधानों का उपयोग भी कर सकेंगे, जिनमें विभिन्न चैनलों के जरिए डिजिटल बैंकिंग उत्पाद, चालू खाते, नकद प्रबंधन सेवाएं (सीएमएस) व कई अन्य शामिल हैं।

पत्रकारों की मौजूदगी में इस समझौता-पत्र पर यस बैंक के प्रेजिडेंट अरुण अग्रवाल और सिडबी के चीफ जनरल मैनेजर के आई मणि ने हस्ताक्षर किये |

इस अवसर पर सिडबी के चीफ जनरल मैनेजर के आई मणि ने कहा, ‘‘सिडबी 2.0 के अपने स्फूर्तिदायक सोच के अनुरूप, सिडबी इस तरह के सभी कदम उठा रहा है जिससे एमएसएमई पारितंत्र को आकर्षक बनाया जा सके और येस बैंक के साथ साझेदारी इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति की दिशा में एक प्रयास है, ताकि दमदार तकनीक एवं कुशल सेवा सुपुर्दगी के दम पर एमएसएमई को फाइनेंस के लिए फाइनेंस की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।’’

इस समझौते के बारे में बताते हुए, यस बैंक के प्रेजिडेंट अरुण अग्रवाल ने कहा, ‘‘भारत का एमएसएमई क्षेत्र आकर्षक एवं गतिशील है, जिसने देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। येस बैंक में, हम अपने एमएसएमई तंत्र को मजबूत बनाने के लिए पूरी तरह से वचनबद्ध है और सिडबी के साथ हमारी साझेदारी संपूर्ण बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराने पर हमारे जोर का सबूत है, जिससे भारतीय एमएसएमई विश्वस्तरीय एवं वैश्विक रूप से प्रतिस्पद्र्धी बन सकते हैं।’’

नाॅलेज बैंकिंग की नीति को बनाये रखते हुए, येस बैंक ने स्थानीय चैंबर्स के साथ मिलकर पुणेए लुधियानाए जयपुरए हैद्राबादए रायपुर और कोलकाता में एमएसएमई के लिए ‘स्केल-अप’ नाॅलेज सीरीज पहले आयोजित कर चुका है, ताकि एमएसएमई को नये जीएसटी रिजाइम में आसानीपूर्वक ट्रांजिशन सरल बनाये जा सके और बढ़ते हुए परिवर्तनशील वैश्विक परिदृश्य में व्यवसायों को आगे बढ़ाया जा सके। बैंक यह भी सुनिश्चित कर रहा है कि डिजिटल बैंकिंग समाधान मंच के साथ, एसएमई भी जीएसटी के लिए तैयार प्रोडक्ट सुईट से सुसज्जित हो, जिसमें विशेषीकृत चालू खाता, क्रेडिट कार्ड, वेबसाइट पर डेडिकेटेड सेक्शन एवं किसी भी जीएसटी सवाल के लिए काॅल बैक सेवा और नम्बर्ज द्वारा तैयार किया गया अनूठा नकद प्रवाह प्रबंधन समाधान शामिल हैं। नम्बर्ज एक ऐसा स्टार्ट-अप है जिसने हाल ही में येस बैंक के फिनटेक एक्सेलरेटर से ग्रेजुएट किया।