लखनऊ: पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को सूबे की बीजेपी सरकार की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े किए. कानून-व्यवस्था के लेकर अखिलेश ने कहा कि पुलिस पहले एनकाउंटर कर रही है, उसके बाद उसे इनामी घोषित किया जा रहा है. उन्होंने सरकार से इनामी बदमाशों की सूची जारी करने की भी मांग की.

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पुलिस द्वारा किये जा रहे एनकाउंटर पर सवाल उठाए. फर्जी एनकाउंटर में मारे गए लोगों के परिजनों को 50-50 लाख रुपये मुआवजाने की योगी सरकार से मांग की. आज यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि पुलिस लगातार आम जनता का उत्पीड़न कर रही है. पुलिस बीजेपीरे पर काम कर रही है. पुलिस को विपक्ष के पीछे लगा दिया गया है, ताकि कोई सरकार के खिलाफ आवाज़ न उठा पाए. उन्होंने कहा कि सरकार को इनामी बदमाशों की सूची जारी करनी चाहिए. क्या अब कोई न्याय के लिए गुहार नहीं कर सकता? बीजेपी अब न्याय के लिए भी लोगों को वंचित कर रही है.

लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर हुई प्रेस कांफ्रेंस में अखिलेश ने मेरठ से आए एक युवक को भी मीडिया के सामने पेश किया. युवक ने आरोप लगाया कि उसके भाई को गौकशी के आरोप में जेल भेज दिया गया. जेल भेजने से पहले पुलिस ने उसकी जमकर पिटाई की जिसकी वजह से 21 अप्रैल को जेल में ही उसकी मौत हो गई. अखिलेश यादव ने पीड़ित के परिजनो में से एक को नौकरी और पचास लाख रूपये की आर्थिक सहायता देने की मांग सरकार से की.

सीतापुर में कुत्तों के हमले में बच्चों की मौत पर अखिलेश यादव ने सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि सरकार कुत्तों से बच्चों की जान नहीं बचा पा रही है. मृतक बच्चों के परिजनों को दस-दस लाख रूपये की सहायता देने की भी मांग की.

कैराना मे चुनाव प्रचार करने जाने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता औोर आरएलडी के साथ गठबंधन के सभी लोग लगे है. 1090 सेवा को डायल 100 के साथ मिलाने के फैसले पर उन्होंने कहा कि उसे हमने महिला हेल्प लाइन के साथ महिला पावर लाइन बनाया था.

चकगजरिया में एलडीए की शान-ए-अवध काम्पलेक्स को बेचने पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हजारों करोड़ के प्रोजेक्ट को सस्ते में बेच दिया गया.

बीएसपी सरकार में चीनी मिलों की बिक्री पर सीबीआई जांच कराने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि जैसे-जैसे चुनाव आयेगा सीबीआई की जांच भी आएगी. उन्होंने गोमती रिवर फ्रंट में जांच के नाम पर परियोजना को रोकने का आरोप भी सरकार पर लगाया.