नई दिल्ली: राजस्थान में बुधवार को आए तूफान की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 से 22 हो गई है, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। शाम को आए तेज अंधड़ के कारण कई मकान, शेड तथा पेड़ धराशाही हो गए तथा वाहनों की आपस में टक्कर हो गई। इसके अलावा आंध्र प्रदेश में मूसलाधार बारिश और आंधी की वजह से 13 लोगों की जान चली गई और पांच लोग लापता हो गए। उधर पश्चिम बंगाल में बिजली और दीवार गिरने की दो अलग-अलग घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग जख्मी हो गए।

बुधवार की शाम आए तूफान का असर धौलपुर, भरतपुर, अलवर, करौली में ज्याद दिखा। जहां बिजली के पोल तथा पेड़ गिर गए और कई मकान धराशाही हो गए तथा कई मकानों के दरवाजे टूट कर गिर गए। भरतपुर में सबसे ज्यादा जनहानि हुई जहां डीग में चार लोगों की तथा भरतपुर में दो लोगों की मौत गई। धौलपुर में मोहन कॉलोनी में दो लोगों की मौत हो गई तथा करौली में मकान गिरने से छह घायल हो गए।

भरतपुर जिले में उच्चैन के पास कुरका गांव में मकान गिरने से तीन लोग दबकर मर गए। भरतपुर के कुम्हेर गेट के पास मकान के मलबे में दबने से एक महिला की मौत हो गई। भरतपुर जिले में तेज हवाओं ने ताड़व सा मचा दिया जिससे बिजली के पोल तथा पेड़ों के गिरने से अंधेरा छा गया

बसेडी में भी कई कच्चे झौंपडे जलकर राख हो गए। झुंझुनू जिले के खेतड़ी में निमार्णाधीन मकान गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई तथा छह अन्य घायल हो गए। अलवर में पेड़ गिरने से एक बालिका सहित तीन लोगों की मौत हो गई। जयपुर सहित लगभग सभी स्थानों पर अंधड का असर रहा। राष्ट्रीय राजमार्गों पर भी पेड़ों के सड़क पर आने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई स्थानों पर धूलभरी आंधी के साथ हल्की वर्षा भी हुई।