मालेगांव ब्लास्ट मामले में जमानत पर रिहा हुईं साध्वी प्रज्ञा ठाकुर मंगलवार को गुजरात के सूरत जिले में थीं। जमानत मिलने के बाद से ये उनका पहला सूरत दौरा था। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने जमानत मिलने से पहले मालेगांव बम धमाकों के आरोप में कई साल जेल में काटे हैं। उन्होंने सूरत में कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं पर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कांग्रेस पर हिन्दू धार्मिक नेताओं को बिना किसी अपराध के जेल में ठूंस देने का आरोप लगाया। जमानत मिलने के बाद पहली बार सूरत दौरे पर आईं साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का हिन्दू महासभा के कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त स्वागत किया।

स्वागत से अभिभूत प्रज्ञा ठाकुर ने सूरत में संकल्प लिया कि वह देश भर में घूम-घूमकर कांग्रेस की विभाजनकारी नीतियों से देश को आगाह करेंगी। साध्वी प्रज्ञा ने कहा, संतों को एक ​महिला के सत्ता में रहते हुए जेलों मेें यातनाएं सहनी पड़ीं क्योंकि वह महिला इटली से आई थी। बाद में अपने भाषण में उन्होंने इटली वाली महिला की बजाय कई बार इटली वाली बाई शब्द का संबोधन किया। बता दें कि सोमवार(23 अप्रैल) को कठुआ रेप और मर्डर केस पर भी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने अपनी राय जाहिर की थी। उन्होंने कहा कि ये सिर्फ एक हत्या थी। लेकिन इसे बलात्कार का मोड़ देकर जबरन विवाद पैदा करने की कोशिश की गई। ये देश में हिन्दुओं और हिन्दुत्व को बदनाम करने की साजिश है।