नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 11वें संस्करण में दिल्ली डेयरडेविल्स में कप्तान के तौर पर लौटे गौतम गंभीर ने बुधवार को टीम की कप्तानी छोड़ दी। उनकी जगह युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर टीम के कप्तान होंगे। गौतम गंभीर की कप्तानी में ही कोलकाता नाइट राइडर्स ने दो बार आईपीएल का खिताब जीता था। लेकिन वह कप्तान के तौर पर कोलकाता नाइट राइडर्स की सफलता को दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ जारी नहीं रख सके। दिल्ली डेयरडेविल्स की आईपीएल 2018 में लगातार हार से निराश होकर गौतम गंभीर ने कप्तानी छोड़ने का फैसला किया। गौतम गंभीर इससे पहले 2008, 2009 और 2010 में दिल्ली टीम के साथ खिलाड़ी के तौर पर जुड़े थे।

गंभीर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मैं कप्तानी का दबाव नहीं झेल पा रहा था, इसलिए कप्तानी छोड़ने का फैसला किया। यह मेरा अपना फैसला है। फ्रेंचाइजी का कोई दबाव मुझ पर नहीं है। मैंने अपने इस फैसले के बार में अपनी पत्नी से भी बात की थी।' दिल्ली ने गंभीर की कप्तानी में छह मैच खेले जिसमें से पांच में उसे हार मिली। गंभीर की कप्तानी तो फ्लॉप रही ही है। इसके अलावा उनकी बल्लेबाजी बेहद खराब रही है। गंभीर ने मौजूदा सीजन में अब तक (55, 15, 8, 3) का ही स्कोर किया है। बल्ले के अलावा वो कप्तानी में भी फ्लॉप ही रहे हैं। गौतम गंभीर की जगह युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर दिल्ली डेयरडेविल्स की कमान संभालेंगे।

इस साल जनवरी में आईपीएल में खिलाड़ियों की नीलामी में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने गंभीर को 2.8 करोड़ रुपये में खरीदा था। कोलकाता नाइटराइडर्स ने 2012 और 2014 में गंभीर की कप्तानी में आईपीएल का खिताब भी जीता था। इस साल कोलकाता नाइट राइडर्स ने 36 साल के गौतम गंभीर को बाहर का रास्ता दिखाया था। 2011 में केकेआर ने गंभीर को कप्तान बनाया, तब केकेआर ने रिकॉर्ड 11.04 करोड़ में उन्हें खरीदा था। उस साल केकेआर टीम पहली बार आईपीएल में चौथे स्थान पर रही। अगले ही साल 2012 में गंभीर की कप्तानी में केकेआर की टीम पहली बार आईपीएल चैंपियन बनी। गंभीर को 2014 में रिटेन किया गया और केकेआर ने दूसरी बार खिताब पर कब्जा किया था।