सुलतानपुर। देश के मशहूर कवि कविवर प्रदीप के लिखे गीत ‘‘देख तेरे संसार
की हालत क्या हो गई भगवान, कितना बदल गया इंसान’’ पंक्ति पूरी तरह जिले
में चरितार्थ हो रही है । प्रशासनिक अधिकारियों के नकारेपन की वजह से
जिले में अब श्मशान घाटों , कब्रगाहों की जमीनों पर कब्जे को लेकर
टनटा हो रहा है। लोगों द्वारा शमशान घाटों पर कब्जे का प्रयास किया जा
रहा है और प्रशासनिक अधिकारी हैं कि अंधे और बहरे बनकर बैठे दूर से तमाशा
देख रहे हैं। हालांकि ऑन रिकॉर्ड श्रावस्ती मॉडल से जमीनी विवाद हल कराए
जा रहे हैं।

जिले के दोस्तपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत मुरैना में
श्मशान घाट की जमीन के कब्जे को लेकर ऐसा ही मामला देखने को मिल रहा है।
यहां का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है ग्राम पंचायत मुरैनी में
श्मशान घाट की जमीन पर हो रहे निर्माण का विवाद बढ़ता चला जा रहा है ।
सरकारी पैसे से बन रही कब्रिस्तान की बाउंड्री वाल आए दिन लोगों द्वारा
गिराई जाती है। ग्राम प्रधान अमरावती सिंह द्वारा यह आरोप लगाया जा रहा
है कि सरहंगों द्वारा कब्रिस्तान की बाउंड्री तोड़ने की शिकायत थाना स्तर
से लेकर एसपी, डीएम तक से की, लेकिन कार्यवाही शून्य रही। इससे सरहंगों
का मनोबल और बढ गया। उनका कहना है कि अगर पूर्व की शिकायतों पर कार्रवाई
हो गई होती तो शायद पुनः यह घटना न होती। बताते चले कि ग्राम पंचायत
मुरैना मे 2017 से श्मशान घाट की बाउंड्री प्रधान के द्वारा निर्माण
कराया जा रहा था। निर्माण के दरमियान 03-01-2017 को कुछ लोगों के द्वारा
बाउन्ड्री के 14 पिलर को गिरा दिया गया जिसकी सूचना प्रधान अमरावती सिंह
ने दोस्तपुर थाने में दिया था। लेकिन थाने से कोई कार्रवाई न होत देख
जिलाधिकारी को लिखित प्रार्थना पत्र दिया। उसके बाद पुनः कार्य करवाया
गया। कुछ महीने बीते ही थे बाउंड्री निर्माण का कार्य कुछ लोगों को गले
नहीं उतर रहा था पुनः 15-4-2018 की रात को बाउंड्री की दीवार पूर्व दिशा
की 10-12 मीटर गिरा दिया गया। जिसको लेकर प्रधान अमरावती सिंह ने पुनः
दोस्तपुर थाने में तहरीर दिया है और प्रशासन से मांग किया है कि जो भी
दोषी हो जांच कर कारवाई की जाए जिससे सरकारी धन की वसूली हो सके। वही
प्रधान अमरावती सिंह ने कहा है कि अगर पूर्व में हमारे दिए गए एप्लीकेशन
की कार्रवाई कर दी गई होती तो शायद पुनः दीवाल न गिराया गया होता।