कठुआ-उन्नाव गैंग रेप के विरोध में निकाला कैंडल मार्च

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के उन्नाव में युवती के साथ कथित बलात्कार और जम्मू कश्मीर के कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ रेप और मर्डर के मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार आधी रात मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए इंडिया गेट पहुंचे. इस दौरान प्रियंका गांधी, उनके पति रॉबर्ट वाड्रा और बेटी भी साथ थी. वहीं निर्भया के माता-पिता भी इस कैंडिल मार्च में शरीक होने वहां आए थे.

राहुल गांधी के आह्वान पर इंडिया गेट के पास बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ भारी भीड़ जमा थी. इस मार्च को देखते हुए इंडिया गेट सर्कल के आस-पास भारी पुलिस बल तैनात किए गए थे. इस कारण राहुल और उनकी बहन प्रियंका सहित कई कांग्रेसी नेता राजपथ पर ही थोड़ी देर के लिए धरने पर बैठ गए.

कांग्रेस अध्यक्ष ने यहां पत्रकारों से बातचीत में महिला सुरक्षा के मुद्दे पर मोदी सरकार के खिलाफ निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'देश में जो हालात हैं, जो महिलाओं के खिलाफ अत्याचार हो रहा है, मोदी सरकार को इसे रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है. देश की महिलाएं आज घर से निकलने में भी डर रही हैं. जहां भी हम देखते हैं, कहीं न कहीं किसी बच्ची को मारा जाता है, रेप किया जाता है. हम चाहते हैं कि महिलाएं यहां शांति और सम्मान के साथ जी सकें.'

इसके साथ ही उन्होंने कहा, यह राजनीति का नहीं, देश का मामला है. यहां सारी पार्टियों के लोग खड़े हैं. यहां महिलाएं खड़ी हैं. मेरा यह कहना है कि देश में जो हालात हैं, मोदी सरकार को इसे लेकर कुछ करना चाहिए. यह बेटियों को बचाने का वक्त है.'

बता दें कि राहुल गांधी ने ट्वीट कर लोगों से इंडिया गेट पर कैंडिल मार्च जुटने का आह्वान किया था. उन्होंने ट्वीट में लिखा कि लाखों भारतीयों की तरह मेरे दिल को बहुत दुख पहुंचा है. देश महिलाओं के साथ इस तरह का बर्ताव होते रहना जारी नहीं रख सकता. इंडिया गेट पर शांतिपूर्ण कैंडिल लाइट मार्च में आज रात मेरे साथ जुड़िए और न्याय की मांग कीजिए.

राहुल गांधी के आह्वान पर गुलाम नबी आजाद, अशोक गलहोत सहित कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं के अलावा बड़ी संख्या में आम लोग भी इंडिया गेट के पास जुटे थे. इस दौरान कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार सो रही है, इसलिए कांग्रेस को अब उन्हें जगाना पड़ रहा है. प्रधानमंत्री ने 'बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ' का नारा दिया था और उन्हीं के शासन में हमारी बच्ची से बलात्कार हो रहा है. रेप आरोपी को बचाने की कोशिश कर रहे अपने मंत्रियों के खिलाफ वह कोई कार्रवाई भी नहीं कर रहे.'

वहीं कांग्रेस नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि यह कैंडल मार्च मोदी सरकार के खिलाफ आवाज़ उठाने के लिए किया जा रहा है. इसके जरिए लोगों में जागरूकता फैलाने की कोशिश की जा रही है कि अन्याय के खिलाफ सरकार किस तरह चुप है.

बता दें कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में आठ साल की एक बच्ची के साथ गैंगरेप और हत्या के मामले को लेकर देश भर में गुस्सा है. जम्मू कश्मीर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सोमवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में 15 पेज का आरोपपत्र दाखिल किया. इसमें बकरवाल समुदाय की इस बच्ची का अपहरण, बलात्कार और उसकी हत्या को लेकर रोंगटे खड़ी कर देने वाले खुलासे हुए हैं.

इस मामले को लेकर राहुल गांधी ने इससे पहले भी ट्वीट करके कहा था कि कठुआ में जो भी हुआ वो मानवता के खिलाफ अपराध है. हम लोग क्या हो गए हैं अगर मासूम बच्ची के साथ की गई इस तरह की निर्ममता को लेकर भी राजनीति कर रहे हैं.