भोपाल: प्रदेश सरकार ने चुनावी साल में अधिकारियों और कर्मचारियों को सौगात देने के बाद अब साधु-संतों के लिए अपना पिटारा खोल दिया है. सरकार ने नर्मदानंद, हरिहरानंद, कम्प्यूटर बाबा, भय्यू महाराज व योगेंद्र महंत को राज्यमंत्री का दर्जा प्रदान किया है.

राज्य सरकार द्वारा मंगलवार को जारी आदेश के अनुसार 31 मार्च को प्रदेश के विभिन्न चिन्हित क्षेत्रों में विशेषतः नर्मदा किनारे के क्षेत्रों में वृक्षारोपण, जल संरक्षण तथा स्वच्छता के विषयों पर जन जागरूकता का अभियान निरंतर चलाने के लिए विशेष समिति गठित की गई है. राज्य सरकार ने इस समिति के विशेष सदस्य नर्मदानंद, हरिहरानंद, कम्प्यूटर बाबा, भय्यू महाराज और योगेंद्र महंत को राज्यमंत्री का दर्जा प्रदान किया है.

कम्प्यूटर बाबा ने एक अप्रैल से 15 मई तक नर्मदा घोटाला रथ यात्रा निकालने की घोषणा की थी.इस यात्रा के संयोजक योगेंद्र महंत थे.

माना जा रहा है कि साधु-संतों के लामबंद होने की वजह से शिवराज सरकार बैकफुट पर थी. इसी के बाद सरकार ने आनन-फानन में पांच विशिष्ट संतों को राज्यमंत्री का दर्जा देने का फैसला लिया है.