नई दिल्ली: केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) ने आज (24 मार्च को) तलाक दे दिया है। इस महीने एनडीए छोड़ने वाली यह दूसरी पार्टी है। इससे पहले तेलगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने भी इसी महीने एनडीए छोड़ दिया था और बीजेपी पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया था। जीजीएम के नेता एल एम लामा ने शनिवार को एनडीए छोड़ने का एलान करते हुए कहा कि उनकी पार्टी का बीजेपी और एनडीए से कोई नाता नहीं रहा। उन्होंने गोरखा लोगों को धोखा देने का आरोप बीजेपी पर लगाया है। माना जा रहा है कि जीजेएम ने पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रमुख दिलीप घोष के बयान से आहत होकर एनडीए छोड़ने का फैसला किया है।

लामा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहा करते थे कि गोरखा लोगों का जो सपना है वो हमारा सपना है लेकिन दिलीप घोष के बयान ने पीएम के इस बयान और बीजेपी की नीयत पर से पर्दा उठा दिया है। बता दें कि दिलीप घोष ने हाल ही में कहा है कि गोरखा जमनुक्ति मोर्चा से बीजेपी का सिर्फ चुनावी गठबंधन है। इसके अलावा इस पार्टी से किसी भी राजनीतिक मुद्दे पर कोई समझौता नहीं हुआ है। लामा के मुताबिक दिलीप घोष के इस बयान से गोरखा समुदाय अपने को ठगा महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग ना तो गोरखा की समस्याओं के प्रति संवेदनशील हैं और ना ही सजग।