नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने रविवार (18 मार्च) को नोटबंदी को अबतक का सबसे बड़ा झूठ करार दिया और भाजपा नीत सरकार पर अर्थव्यवस्था को चौपट करने का आरोप लगाया। कांग्रेस अधिवेशन में पार्टी की आर्थिक नीति पेश करने के बाद चिदंबरम ने कहा, “नोटबंदी से बड़ा कोई झूठ नहीं हो सकता।” उन्होंने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) पर निशाना साधा और कहा कि नवंबर 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक हजार और पांच सौ रुपये के नोट को चलन से बाहर करने की घोषणा के बाद बैंक ने राष्ट्र को नहीं बताया कि उसे विमुद्रीकृत मुद्रा की कुल कितनी रकम वापस मिली।

उन्होंने कहा, “नोटबंदी एक बड़ा झूठ था। आरबीआई अभी भी गिनती कर रहा है और उसने हमें नहीं बताया कि कितना पैसा वापस आया।” नौकरियां पैदा करने में सरकार के विफल रहने पर कांग्रेस नेता ने कहा कि (2004-14) तक संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दौरान हमने नौकरियों का सृजन किया था। उन्होंने कहा, “हमने पर्याप्त नौकरियों का सृजन नहीं किया लेकिन हमने नौकरियों का सृजन किया। लोगों को नौकरियां मिलीं, शिक्षित लोगों को नौकरियां मिलीं, सेवा क्षेत्र में अन्य लोगों को नौकरियां मिलीं।”