लखनऊ: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाएं शुरू होने के साथ ही मिरिंडा ने फोर्टिस हेल्थकेयर के डिपार्टमेंट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड बिहैवियोरल साइंसेज़ के साथ साझेदारी करने की घोशणा की है। इस साझेदारी के तहत मिरिंडा छात्रों को परीक्षाओं से संबंधित तनाव दूर करने के लिए व्यावहारिक सॉल्यूशंस यानी समाधान उपलब्ध कराएगी। यह साझेदारी मिरिंडा के 'रिलीज़ द प्रेशर' कैंपेन के तहत की गई है, जो परीक्षाओं के दौरान छात्रों पर पडऩे वाले अभिभावकों के दबाव, तनाव और बेचैनी संबंधी समस्याओं का समाधान करती है। इस साझेदारी की वजह यह तथ्य है कि छात्र परीक्षाओं को लेकर अत्यधिक तनाव में हैं और उन्हें इस तनाव से मुक्त करना बहुत आवष्यक है। 'रिलीज़ द प्रेषर' में 45/15 की विचारधारा पर ध्यान दिया गया है, जिसमें छात्रों को प्रत्येक 45 मिनट पढ़ाई करने के बाद 15 मिनट का ब्रेक लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। यह विचारधारा उस सामान्य अवधारणा को दूर करती है, जिसके तहत माना जाता है कि लगातार लंबी अवधि तक बैठकर पढऩे से ज्यादा याद करने में मदद मिलती है।

इस साझेदारी के बारे में पेप्सिको इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर (फ्लेवर्स मार्केटिंग) श्री गौरव वर्मा ने कहा, मिरिंडा के 'रिलीज़ द प्रेषर' कैंपेन के दूसरे संस्करण के साथ हम समाधान केंद्रित सोच को आगे बढ़ाना चाहते हैं। फोर्टिस जैसे विश्वसनीय साझेदार के साथ मिलकर हमारा लक्ष्य परीक्षाओं के तनाव से संबंधित समस्या के लिए संपूर्ण सॉल्यूशन उपलब्ध कराना है। फोर्टिस के प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिक 24 * 7 अभिभावकों व छात्रों से बात करने के लिए उपलब्ध रहेंगे और उन्हें सार्थक लर्निंग के लिए रियल टाइम सॉल्यूशंस भी उपलब्ध कराएंगे। हमें ख़ुशी है कि लोग अब मदद ले रहे हैं और परीक्षाओं के तनाव से निपटने के लिए विशेषज्ञों की सलाह ले रहे हैं। हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में लोग अपनी परीक्षाओं के तनाव के प्रबंधन के लिए बेहतर ढंग से तैयार रहेंगे।" फोर्टिस हेल्थकेयर में डिपार्टमेंट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड बिहैवियोरल साइंसेज़ के डायरेक्टर डॉ. समीर पारीख ने बताया, "परीक्षाओं का तनाव हमारे देश में हमारी सोच से कहीं अधिक बड़ी समस्या है। समाज को मिलकर इस समस्या की गंभीरता को स्वीकारना होगा और तनाव से जूझने में छात्रों की मदद करने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे। फोर्टिस और मिरिंडा की साझेदारी के जरिए हम छात्रों को प्रभावी अध्ययन की आदतें अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहते हैं विशेष तौर पर 45/15 मिनट शेड्यूल। 45/15 की विचारधारा का पालन करने से न सिर्फ छात्रों की सतर्कता और एकाग्रता बढ़ेगी बल्कि इससे उन्हें पढ़ी हुई चीजें ज्यादा बेहतर ढंग से याद रखने में भी मदद मिलेगी। हमें 'रिलीज़ द प्रेशर' जैसी पहल का हिस्सा बनकर बहुत गर्व महसूस हो रहा है क्योंकि यह बड़ी समस्या को स्वीकार करती है और इस पहल के जरिए उसकी परिस्थिति में कुछ बदलाव लाने का लक्ष्य रखती है।"