लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति और आगामी लोकसभा चुनावों की दृष्टि से महत्वपूर्ण समझे जा रहे फूलपुर और गोरखपुर संसदीय सीटों के उपचुनावों में इस बार लगभग चौथाई (25 फीसदी) प्रत्याशी आपराधिक प्रष्टभूमि वाले हैं जबकि बड़ी तादाद में स्नातक स्तर या इससे ज्यादा पढ़े लिखे चुनाव मैदान में उतरे हैं। दोनो संसदीय सीटों के उपचुनावों में उतरे ज्यादातर प्रत्याशी लगभग 78 फीसदी युवा यानी 50 साल के कम आयु के हैं।

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर), यूपी इलेक्शन वॉच ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के फूलपुर और गोरखपुर संसदीय सीटों के लिए हो रहे उपचुनावों को लेकर अपनी रिपोर्ट जारी की। एडीआर यूपी के मुख्य समन्वयक संजय सिंह ने फूलपुर और गोरखपुर में चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के आपराधिक, वित्तीय व शैक्षिक प्रष्ठभूमि का ब्यौरा देते हुए बताया कि इन चुनावों में मैदान में उतरे कुल 32 प्रत्याशियों में से आठ (25 फीसदी) ने अपने उपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। फूलपुर से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे अतीक अहमद ने अपने उपर हत्या से संबंधित 8 मामले घोषित किए हैं जबकि उन पर इतने ही मामले हत्या के प्रयास के हैं। फूलपुर से ही एक अन्य परिर्वतन समाज पार्टी के उम्मीदवार रईस अहमद खान ने अपने उपर हत्या के प्रयास का एक मामला घोषित किया है। रिपोर्ट के मुताबिक अतीक अहमद के उपर कुल 53 आपराधिक मामले हैं। फूलपुर से भाजपा प्रत्याशी कौशलेंद्र सिंह पटेल पर दो आपराधिक मामले दर्ज हैं जिनमें पहली पत्नी के रहते हुए धोखाधड़ी कर दूसरी शादी रचाने संबंधी मामला भी है।

उक्त दोनो निर्वाचन क्षेत्रों से मैदान में उतरे 32 में से 11 प्रत्याशी करोड़पति हैं जबकि सभी उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 3.15 करोड़ रुपये है। सबसे ज्यादा अमीर प्रत्याशी फूलपुर से समाजवादी पार्टी के नागेंद्र प्रताप पटेल हैं जिनकी कुल संपत्ति 33 करोड़ रुपये जबकि दूसरे नंबर पर इसी सीट के निर्दलीय प्रत्याशी अतीक अहमद 25 करोड़ रुपये के साथ हैं। गोरखपुर से सर्वोदय भारत पार्टी के प्रत्याशी गिरीश नारायण पांडे 10 करोड़ रुपये संपत्ति के साथ तीसरे सबसे अमीर प्रत्याशी हैं। सबसे ज्यादा कर्जदार प्रत्याशियों में गोरखपुर से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ सुरहिता करीम तीन करोड़ रुपये के साथ पहले नंबर जबकि फूलपुर से सपा के नागेंद्र प्रताप पटेल एक करोड़ रुपये व इसी सीट से भारतीय जनता पार्टी के कौशलेंद्र सिंह पटेल 88 लाख रुपये के कर्ज के साथ तीसरे नंबर पर हैं।

एडीआर के संजय सिंह के मुताबिक फूलपुर और गोरखपुर में चुनाव लड़ रहे 78 फीसदी उम्मीदवार युवा हैं जिनकी आयु 50 फीसदी से कम है जबकि केवल 7 उम्मीदवारों की आयु 61 से 70 साल के बीच है। दोनो सीटों से महज 9 फीसदी यानी केवल तीन महिला उम्मीदवार मैदान में हैं।