लखनऊ: योगी सरकार के आगामी महीने में एक साल पूरे होने पर सूबे में बढ़ रही सम्प्रदायिकता, दलित उत्पीड़न, जातीय हिंसा, पुलिसिया उत्पीड़न, किसानों कि बदहाली और युवाओं के सवाल पर रिहाई मंच ने लखनऊ स्थित कार्यालय पर बैठक की. बैठक में उपस्थित लोगों ने केंद्र और प्रदेश कि सरकार कि जनविरोधी नीतियों पर चर्चा करते हुए तय किया कि प्रदेश सरकार के एक साल पूरे होने पर पूरे सूबे में युवा आन्दोलन खड़ा किया जायेगा.

बैठक में उपस्थित उपस्थित सामाजिक- राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि विपक्ष भी अपने ढुलमुल रवैये के कारण नकारा हो गया है जोकि लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है इसलिए जरुरी है कि भाजपा सरकार के खिलाफ लामबंद हुआ जाये. वक्ताओं ने पूरा सूबा सरकार कि जनविरोधी नीतियों से त्रस्त है. दलितों-पिछड़ों और मुसलमानों को नीतिगत तरीके से हाशिये पर ढकेला जा रहा है. बैठक में कश्मीरी पत्रकार कमाल युसूफ की गिरफ्तारी कि निंदा करते हुए वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार पत्रकारों को पत्रकारिता न सीखाये.

बैठक में योगी सरकार के आगामी महीने में एक साल पूरे होने पर आन्दोलन की रुपरेखा पर लम्बी चर्चा हुई. बैठक में शाहनवाज़ आलम, ज़ैद अहमद फारूकी,आदियोग, एमडी खान, रफत फातिमा, राबिन वर्मा, हादी खान, रफिहुद्दीन, बिरेन्द्र गुप्ता और अनिल यादव उपस्थित थे.