नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ 11 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी करने वाले नीरव मोदी का पार्सपोर्ट भारत सरकार ने भले ही रद्द कर दिया है, लेकिन अब यह बात सामने आ रही है कि इस हीरा कारोबारी के पास दोहरी नागरिकता हो सकती है.

अंग्रेजी अखबार ट्रिब्यून ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पालनपुरी जैन समुदाय में बात सबको पता है कि नीरव के पास दोहरी नागरकिता है. नीरव और उसके भाई निशल बेल्जियम में पले-बढ़े हैं. यह देश हीरा कारोबार का मक्का कहलाता है. खुफिया विभाग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, निशल ने पहले ही अपना भारतीय पासपोर्ट सरेंडर कर बेल्जियम की नागरिकता ले ली थी. हालांकि नीरव ने खुद को भारतीय नागरिक ही घोषित कर रखी थी.

गुजरात के ताल्लुक रखने वाले नीरव मोदी ने फायरस्टार डायमंड कंपनी शुरू करते हुए दिल्ली, मुंबई, न्यूयॉर्क, लंदन, हॉन्ग कॉन्ग और मकाउ सहित दुनिया के कई बड़े शहरों जूलरी शोरूम खोले थे. हालांकि इन दिनों वह पीएनबी से 11 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करके फरार है.

देश के इतिहास में इस सबसे बड़े बैंक घोटाले के सामने आने के बदा विदेश मंत्रालय ने नीरव मोदी और उसके कारोबारी साझेदार मेहुल चोकसी का पासपोर्ट तत्काल प्रभाव से चार हफ्तों के लिए निलंबित कर दिया है.

पासपोर्ट को निलंबित करने का ऐलान करते हुए मंत्रालय ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय की सलाह पर विदेश मंत्रालय के तहत आने वाले पासपोर्ट कार्यालय ने नीरव दीपक मोदी और मेहुल चिनुभाई चोकसी का पासपोर्ट तत्काल प्रभाव से चार हफ्तों के लिए निलंबित कर दिया है. यह कार्रवाई पासपोर्ट अधिनियम की धारा 10-A के तहत की गई है.

विदेश मंत्रालय ने उनसे इस पर एक हफ्ते में जवाब मांगा है कि उनका पासपोर्ट रद्द क्यों नहीं किया जाए. मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'अगर वे दिए गए समय में जवाब देने में विफल रहते हैं तो यह मान लिया जाएगा कि उनके पास कोई जवाब नहीं है और विदेश मंत्रालय पासपोर्ट रद्द करने पर आगे बढ़ेगा.'