नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर की शीतकालीन राजधानी जम्मू के बाहरी इलाके सुंजवान में स्थित सेना के एक शिविर पर शनिवार तड़के आतंकियों ने हमला कर दिया. इस हमले में दो जूनियर कमिशंड अधिकारी (जेसीओ) शहीद हो गए, जबकि एक कर्नल रैंक का अफसर और एक सैन्य कर्मी की बेटी समेत चार लोग घायल हो गए.

इस हमले की फिलहाल किसी आतंकी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है, हालांकि अधिकारियों ने बताया कि इस हमले के पीछे जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों का हाथ है.

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, तीन से चार फिदायीन आतंकी शनिवार तड़के गोलीबारी करते हुए सेना के शिविर में घुस गए. सुरक्षाबलों ने फैमिली क्वॉर्टर में आतंकियों को घेर रखा है और वहां से लोगों को बाहर निकाला जा रहा है. फिलहाल वहां रुक-रुककर गोलीबारी जारी है.

सेना की तरफ से बताया गया कि आतंकी फैमिली क्वॉर्टर में छिपे हैं, ऐसे में उनकी कोशिश सभी परिवारों को सुरक्षित निकालने की है. इसी कारण इस ऑपरेशन में इतना वक्त लग रहा है.

इससे पहले जम्मू कश्मरी के संसदीय कार्य मंत्री अब्दुल रहमान वीरी ने जम्मू कश्मीर विधानसभा को जानकारी दी कि आतंकवादियों के हमले में सूबेदार मगनलाल और सूबेदार मोहम्मद अशरफ शहीद हो गए. उन्होंने बताया कि घायलों में कर्नल रैंक का सैन्य अधिकारी, हवलदार अब्दुल हमीद, लांस नायक बहादुर सिंह और सूबेदार चौधरी की बेटी शामिल हैं.

वहीं अधिकारियों ने जम्मू शहर में सुंजवाव कैंप के आसपास स्थित सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'आतंकी हमले को देखते हुए हमने सुंजवान इलाके में सभी स्कूलों को एहतियातन बंद रखने का आदेश दिया है.'