लखनऊ: रिहाई मंच ने उत्तर प्रदेश की विधान परिषद् की प्रवर समिति में उत्तर प्रदेश अपराध नियंत्रण अधिनियम -2017 के पास होने को विपक्षी दलों का नाकारापन करार दिया है.मंच ने आरोप लगाया कि जनविरोधी कानून पर उत्तर प्रदेश का विपक्ष भाजपा के साथ खड़ा है. मंच ने मुज़फ्फरनगर में हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश मंत्री नागेन्द्र तोमर के सांप्रदायिक बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हिन्दू युवा वाहिनी के संरक्षक योगी आदित्यनाथ खुद इस तरह के सांप्रदायिक बयान देते रहे हैं अब सत्ता में आने के बाद उनके संगठन के पदाधिकारी अपने सरगना की ही बोली बोल रहे हैं. मंच ने कहा की बरेली के डीएम को फेसबुक पर पोस्ट लिखने पर सरकार उनके खिलाफ कार्यवाही की धमकी दे रही है वह गुजरात मॉडल का नमूना है. गुजरात में संविधान के संरक्षण में खड़े प्रशासनिक अधिकारियों को तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत प्रताड़ित किया अब योगी सरकार इसी तर्ज पर काम कर रही है.

रिहाई मंच नेता जैद अहमद फारुकी ने बताया कि दिनांक 22 दिसम्बर 2017 को उत्तर प्रदेश अपराध नियंत्रण अधिनियम -2017 को विपक्ष ने विधान परिषद् की प्रवर समिति को सौपने की मांग की थी. 11 सदस्यीय प्रवर समिति की बैठक 17 जनवरी को यूपीकोका को लेकर हुई लेकिन बसपा, रालोद और शिक्षक दल के नेता शामिल नही हुए. सपा के सदस्यों ने कोई लिखित संशोधन प्रस्तुत नही किया बल्कि इसका मौखिक विरोध ही करते रहे. उन्होंने कहा कि प्रवर समिति में विपक्ष के पास बहुमत होने के बावजूद यूपीकोका पास होना विपक्ष का भाजपा के साथ साठगांठ दिखता है.

जारी प्रेसनोट में रिहाई मंच लखनऊ प्रवक्ता अनिल यादव ने मुज़फ्फरनगर के बुढ़ाना में गणतंत्र दिवस पर हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश मंत्री नागेन्द्र तोमर के सांप्रदायिक बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा पर हिन्दू युवा वाहिनी के संरक्षक योगी आदित्यनाथ खुद इस तरह के सांप्रदायिक बयान देते रहे हैं अब सत्ता में आने के बाद उनके संगठन के पदाधिकारी अपने सरगना की ही बोली बोल रहे हैं. मुख्यमंत्री बनने के पहले योगी आदित्यनाथ खुद मुसलमानों के बेटियों को घरों से भगाने की बात करते रहे हैं. नागेन्द्र तोमर उसी परम्परा को आगे बढ़ा रहे हैं. कासगंज सांप्रदायिक हिंसा के पूरे प्रकरण को उजागर करनेवाले पत्रकार पंकज झा को धमकी देनेवाले भी इन्ही लोगों के गिरोह के हैं. उन्होंने कहा कि पूरे देश को गुजरात मॉडल में बदला जा रहा है जहाँ मोदी के मुख्यमंत्री रहते हुए संविधान सरक्षण में खड़े कर्तव्यनिष्ट अधिकारियों को प्रताड़ित किया गया वही उत्तर प्रदेश में हो रहा है, बरेली के डीएम ने जब फेसबुक पर भगवा गुंडों की कारस्तानी की सच्चाई लिख दी तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद कार्यवाही की धमकी दे रहे हैं.