नई दिल्ली: क्या मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री दिवालिया हो गए हैं. ये सवाल इसलिए खड़ा हो रहा है क्योंकि शिवराज सरकार में संस्कृति मंत्री सुरेंद्र पटवा के खिलाफ बैंक ने 33 करोड़ से ज्यादा की वसूली का विज्ञापन अखबारों में छपवा दिया है.

इससे भी करीब हफ्ते भर पहले ही सुरेंद्र पटवा का नाम तब सुर्खियों में आया था जब उनके दिए चेक बाउंस हो गए और कोर्ट ने उन्हें तलब कर लिया.मध्य प्रदेश सरकार के संस्कृति मंत्री सुरेंद्र पटवा के नाम कभी बड़े-बड़े पोस्टर छपा करते थे. उनके नाम पर जब अखबार में वसूली का इश्तेहार छपा तो चेहरे की रंगत उड़ गई.

दरअसल, ये पूरा मामला बैंक ऑफ बड़ौदा से लिए गए उस लोन से जुड़ा हुआ है जिसे मंत्री जी नहीं चुका पाए. मंत्री जी को लोन न चुकाए जाने पर पहले नोटिस दिए गए और जब नोटिस का जवाब तय समय में नहीं आया तो बैंक ने अखबार में इश्तेहार छपवा दिया.

-बैंक ऑफ बड़ौदा ने सार्वजनिक रूप से इश्तिहार के जरिए लोगों को सूचित किया है कि सुरेंद्र पटवा पर 33 करोड़ से ज्यादा की देनदारी बकाया है.

-जिस संपत्ति पर उन्होंने लोन लिया था वो तब तक नहीं बेची जा सकती जब तक की बैंक को लोन ब्याज समेत अदा नहीं कर दिया जाता.
-मंत्री सुरेंद्र पटवा और उनके परिवार के सदस्यों मोनिका पटवा, भरत पटवा, महेंद्र पटवा, फूलुंवर बाई पटवा की संपत्ति बैंक के पास गिरवी हैं.
-इश्तेहार में आम लोगों को इस संपत्ति की खरीद-फरोख्त न करने के सिलसिले में आगाह किया गया है.

बैंक ही नहीं सुरेंद्र पटवा से वसूली के लिए आम लोग भी सामने आ रहे हैं. करीब हफ्ते भर पहले ही 12 लाख रुपए के तीन चेक बाउंस होने के मामले में उन्हें कानूनी नोटिस का सामना करना पड़ा था. इस मामले में कोर्ट ने उन्हें समंस जारी करते हुए पेश होने के आदेश दिए हैं.

मंत्री सुरेंद्र पटवा की इस हालत को देखकर अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या मंत्री जी वाकई में दिवालिया हो गए हैं या फिर उन्हें नियम कायदों की कोई परवाह नहीं है. इधर उनकी पार्टी भी अब सधी हुई आवाज में सुर निकाल रही हैं अलवत्ता कांग्रेस ने बिना वक्त गंवाए इस्तीफा मांग लिया है.