नई दिल्ली: शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी के भ्रष्टाचार और कौमी मुद्दों पर निराधार बयानों के खिलाफ आज मजलिसे उलेमाए हिंद दिल्ली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर वसीम रिजवी की गिरफ्तारी की मांग की है।मजलिसे उलेमाए हिंद दिल्ली के सचिव मौलाना आबिद अब्बास द्वारा लिखे गए पत्र में प्रधानमंत्री से मांग की गई है कि वसीम रिजवी के खिलाफ सी0बी0सी0आई0डी0 ​​जांच के आधार पर कार्यवाही करते हुए उसे गिरफ्तार किया जाये और पद के दुरुपयोग करने पर शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन पद से हटाया जाये।

पूरे शिया समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हुए मजलिसे उलेमाए हिंद दिल्ली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है।पत्र में लिखा गया है कि पिछले 11 वर्षों से लगातार वसीम रिजवी वक्फ संपत्तियों में खुर्द बुर्द कर रहा है जिसके खिलाफ.सी0बी0सी0आई0डी0 ​​ने वासीम रिजवी को जांच में दोषी पाया था, लेकिन आज तक उस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। पुलिस ने वक्फ संपत्तियों में भ्रष्टाचार को लेकर वसीम रिजवी के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल की है लेकिन अभी तक उसके खिलाफ कोई कदम नही उठाया गया यह अफसोसनाक है। शिया समुदाय सरकार से सवाल करता है कि आखिर वसीम रिजवी को इस कदर छूट क्यों दी जा रही है और उसे बचाने की कोशिश क्यों हो रही है,कहीं ऐसा तो नहीं है कि वसीम रिजवी को मुसलमानों में फुट डलवाने के लिए हर अपराध से बरी करने की योजना बनाई गयी है।

पत्र में कहा गया है कि नरेंद्र मोदी की सरकार जो भ्रष्टाचार मुक्त भारत का नारा देती है आखिर वक्फ संपत्तियों में भ्रष्टाचार के जुर्म में वसीम रिजवी को गिरफ्तार क्यों नहीं कर रही है, जबकि उसका अपराध साबित है। पत्र में कहा गया है कि शिया समुदाय की लगातार सी0बी0आइर्0 जांच की मांग पर भी अभी तक गंभीरता से विचार नहीं किया गया है। मौलाना आबिद अब्बास ने शिया समुदाय की ओर से प्रधानमंत्री से अपील करते हुए कहा कि पूरा शिया समुदाय वसीम रिजवी के भ्रष्टाचार और निराधार बयानों के खिलाफ आपसे कार्यवाही की मांग करता है,उसे जल्द ही गिरफ्तार करके जेल भेजा जाये। पत्र की एक कापी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को भी भेजी गई है और वसीम रिजवी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गयी है।