आबकारी विभाग ने कहा ठण्ड से हुई मौतें

बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक के बाद एक 12 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से जिले में हड़कंप मच गया है. डॉक्टरों ने मौत की वजह जहरीली शराब को बताया है जबकि आबकारी विभाग का कहना हैं मौतें ठंड से हुई हैं. मामले को तूल पकड़ता देख प्रशासन मरनेवालों में नौ का पोस्टमार्टम करा रहा है. पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है. प्रशासन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ बोलने की बात कह रहा है.

मामला बाराबंकी की तहसील नवाबगंज के कोतवाली देवा अंतर्गत गांव ढिढोरा, मुनिया पुरवा, जसवारा, रेउवा रतनपुर का है. मंगलवार रात अचानक कई लोगों की तबीयत अचानक खराब होने लगी. उन्हें इलाज के लिए निकटवर्ती प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. फिर जिला मुख्यालय ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया.

इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर एके सिंह ने बताया कि गंभीर हालत में आये लोग स्प्रिट का सेवन किए हुए थे. जिन्हें गंभीर अवस्था में ही लखनऊ ट्रामा सेंटर भेजा गया. लखनऊ ले जाते वक्त छह लोगों की मौत हो गई.

एक साथ कई मौतों से जिला प्रशासन हरकत में आ गया. सूत्रों की मानें तो सभी लोगों ने जहरीली शराब का सेवन किया था, लेकिन कैमरे के सामने कोई भी बोलने को तैयार नहीं. उधर आबकारी विभाग मौतों की वजह ठंड बता रहा है.

मृतक के परिजन भी दबी जुबान से मौत का कारण ठंड बता रहे हैं. मरने वालों में मुनिया पुरवा गांव के 30 साल का रामफल, व 40 साल के कमलेश हैं, जबकि देव गांव के नौमीलाल, और ढिढोरा गांव के 40 वर्षीय राकेश, रेउवा के 35 वर्षीय उमेश, जसन वारा के 26 वर्षीय अनिल कुमार की भी मौत हुई है.

उपजिलाधिकारी नबाबगंज सुशील प्रताप सिंह ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौतों की वजह साफ हो सकेगी. इस बीच आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने मामले में जिलाधिकारी से रिपोर्ट तलब की है.

मरने वाले तीन लोगों ने एक रिश्तेदार के यहां दावत में शराब पी थी. जसंवारा के माता प्रसाद ने बेटे अनिल के साथ शराब पी थी. माता प्रसाद की मौत हो गई जबकि बेटे अनिल का इलाज लखनऊ के लोहिया अस्पताल में चल रहा है.

सूत्रों के मुताबिक आबकारी विभाग ने मृतकों के परिजनों पर दबाव बनाया है कि अगर वो ये कहेंगे कि मौत ठंड की वजह से हुई है तो उन्हें मुआवजा मिलेगा. इसके बाद ही मृतकों के परिजनों ने कहना शुरू कर दिया कि मौत ठंड से हुई है. इनके घरवालों ने शराब पीने की बात से इनकार किया. देवगांव निवासी नौमिलाल के पिता गंगा राम ने बताया कि उनका बेटा तीन माह पहले शराब पिता था, लेकिन अब उसने छोड़ दी थी.