अमेरिका ने जारी की ट्रैवल एडवाइजरी

वाशिंगटन: अमेरिका ने अपनी नई ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है. इसमें उसने अपने नागरिकों से भारत यात्रा में सावधानी बरतने को कहा है, जबकि पाकिस्तान की यात्रा के बारे में दोबारा सोचने की सलाह दी है.

इस ट्रैवल एडवाइजरी में भारत की रैंकिंग लेवल दो रखी गई है यानि सावधानी से यात्रा. पाकिस्तान को लेवल तीन पर जगह मिली है, जिसका मतलब है कि जाने के पहले एक बार जरूर विचार करें. लेवल वन रैंकिंग में आने वाले देशों के लिए सामान्य सावधानी वाले यात्रा हिदायतें हैं. इस एडवाइजरी में अफगानिस्तान को लेवल चार में रखा गया है. इस लेवल में रखे जाने वाले देशों की यात्रा नहीं करने की हिदायत दी गई है.

इस एडवाइजरी में सभी देशों के नाम हैं. अमेरिका ने पहली बार ट्रैवल एडवाइजरी का आधार बदल दिया है. ऐसा इसलिए किया गया है ताकि अमेरिकी नागरिकों को यात्रा के लिए सही सुरक्षा जानकारी उपलब्ध कराई जा सके. अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने इसे जारी किया है.

भारत को लेवल दो में रखने के पीछे अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपराध और आतंकवाद को वजह बताया है. इसी कारण उसने भारत जाने वाले अपने नागरिकों को वहां की यात्रा में पूरी हिदायत बरतने को कहा गया है. अमेरिकियों से भी कहा गया है कि वो जम्मू-कश्मीर की यात्रा नहीं करें, लद्दाख और लेह को इससे अलग रखा गया है. अमेरिकी नागरिकों को भारत-पाकिस्तान सीमा के दस किलोमीटर के क्षेत्र से दूर रहने को कहा गया है, आशंका जाहिर की गई है कि सीमा के करीब दोनों देशों की सेनाओं के बीच अक्सर टकराव होते रहते हैं.

विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हालांकि उसने सभी देशों के लिए एडवाइजरी जारी की है लेकिन इन देशों में अलग-अलग जगहों पर इस एडवाइजरी के लेवल में बदलाव भी हो सकता है.

नई ट्रैवल एडवाइजरी में कहा गया है, भारतीय अधिकारियों की रिपोर्ट के अनुसार देश में रेप तेजी से बढता हुआ अपराध है. टूरिस्ट साइट्स और अन्य लोकेशंस पर सेक्सुअल हमला जैसी घटनाएं हुई हैं. वहीं पूर्वोत्तर भारत में आतंकवादी और सशस्त्र ग्रुप सक्रिय हैं, खासकर ग्रामीण इलाकों में.

पाकिस्तान में रैंकिंग में लेवल तीन पर रखकर विदेश मंत्रालय ने अपने नागरिकों से साफ कहा है कि वह आंतकवाद से प्रभावित इस देश में यात्रा करने से पहले जरूर गंभीरता से सोचें. वहीं ये भी कहा गया है कि पाकिस्तान में बलूचिस्तान, खैबर पखतूनख्वा प्रांत की यात्रा नहीं करें.

अमेरिकियों से ये भी कहा गया है कि वो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर नहीं जाएं, क्योंकि वहां हमेशा सशस्त्र टकराव का खतरा बना रहता है. पिछले छह महीने में वहां 40 से ज्यादा आतंकी हमले हो चुके हैं. इसमें 225 लोगों की जान गई है जबकि 475 लोग घायल हुए हैं.