किताब में मनमोहन सिंह की चुप्पी पर भी उठाए सवाल

नई दिल्ली: पूर्व दूरसंचार मंत्री और 2जी घोटाले में हाल ही में बरी हुए डीएमके नेता ए राजा ने अपनी किताब ‘2जी सागा अनफोल्ड्स-ए राजा’ में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधा है। शीघ्र प्रकाशित होने वाली इस किताब में राजा ने लिखा है कि 2जी घोटालों के सूत्रधार पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) विनोद राय थे। उन्होंने लिखा है कि मनमोहन सिंह को उनके सलाहकारों ने गलत तथ्य पेश किए थे। बावजूद इसके वो चुप्पी साधे रहे। राजा ने लिखा है कि मनमोहन सिंह की चुप्पी देश की सामूहिक अंतारात्मा की चुप्पी की तरह थी। लेखक ने किताब में इस बात का भी उल्लेख किया है कि टेलिकॉम लॉबी ने प्रधानमंत्री कार्यालय पर भी प्रभाव डाला था। बता दें कि इस हाई प्रोफाइल केस में 21 दिसंबर को सीबीआई कोर्ट ने ए राजा और डीएमके सांसद कनिमोझी समेत सभी 17 आरोपियों को बरी कर दिया था।

इस महीने के आखिर तक रिलीज होने वाली इस किताब में ए राजा ने लिखा है कि तत्कालीन सीएजी विनोद राय ने 1.76 लाख करोड़ रूपये के राजस्व नुकसान का सिद्धांत दिया था। इस वजह से वही इस घोटाले का सूत्रधार थे। राजा ने लिखा है कि विनोद राय के दावे निराधार और काल्पनिक थे। उनकी रिपोर्ट कचरा मात्र था जिसे सर्वसम्मति से डस्टबिन के लायक माना गया है। यहां तक कि उनके कथन भी अदालती क्रॉस एग्जामिनेशन में नहीं टिक सके। राजा ने लिखा है कि विनोद राय के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज होना चाहिए। राजा ने सीएजी रिपोर्ट बारे में लिखा है, “यह वैसी ही है, जैसे एक बिल्ली आंख बंद करके कहती है कि पूरा ब्राह्मांड अंधकारमय है।”