साल 2013 में ऑलराउंडर परवेज़ रसूल आईपीएल में हिस्सा लेने वाले जम्मू और कश्मीर के पहले क्रिकेटर बने थे। उन्हें पुणे वॉरियर्स ने ख़रीदा था। रसूल ने आईपीएल में अपने आप को सफलतापूर्वक स्थापित किया और अब तक वो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और सनराइजर्स हैदराबाद जैसे अन्य फ्रेंचाइजी टीम के साथ भी खेल चुके है। उनके नक़्शे क़दम पर क्रिकेटर मंज़ूर अहमद डार भी है।

बांदीपुर जिले के एक छोटे से गांव के रहने वाले 24 वर्षीय वेटलिफ्टर, कबड्डी खिलाड़ी, सुरक्षा गार्ड और एक लकड़ी आर्टिस्ट आईपीएल के आगामी संस्करण में खेलते हुए दिखाई दे सकते है। मंज़ूर को सैयद मुश्ताक़ अली ट्राफी के आगामी सीजन के लिए जम्मू-कश्मीर की टी-20 टीम में चुना गया है और यह उनका दूसरा सीजन होगा।

वहीं मंज़ूर अहमद ने कहा, “मेरा लक्ष्य आईपीएल है, देखते है यह सब कैसा रहता है।”

न्यूज़18.कॉम के अनुसार जम्मू-कश्मीर के कोच ने मंज़ूर की तारीफ़ करते हुए कहा, “वह मिस्टर 100 मीटर सिक्सर खिलाड़ी है। वह गेंद पर मजबूती से प्रहार करते ह। पिछले वर्ष पंजाब के विरुद्ध उन्होंने कुछ छक्के 100 मीटर प्लस मारे थे.” साथ ही वह किसी भी ग्राउंड पर गेंद को बाहर मारने की क्षमता रखता है, जिसके कारण आईपीएल में उनके शामिल होने की रोमांचक संभावना बन गई है। आगे कहा, “इस लड़के में छोटे फॉर्मेट की प्रतिभा है। उसे 12 से 15 गेंदें दे और वह मैच अपनी टीम के पक्ष में झुका देगा।”

6.2 कद और 84 किलो के युवा सनसनी अपने ताकतवर शरीर के कारण टी-ट्वेंटी क्रिकेट में बेहद प्रभावशाली साबित हो सकते है। होनहार ऑलराउंडर मंज़ूर एक बेहद ग़रीब परिवार से संबंध रखते है, उनके पिता एक मजदूर हैं। घर का बड़ा बेटा होने के कारण मंजूर के कंधे पर घर की ज्यादा ज़िम्मेदारियां है। ज़ोनल टी-20 लीग में जम्मू-कश्मीर के लिए अच्छा प्रदर्शन करके अली मंज़ूर आईपीएल में खेलने का अपना सपना पूरा कर सकता है।