मथुरा: मथुरा जेल से 3 विचाराधीन कैदियों के भागने के मामले में 4 अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है। मथुरा जेल अधीक्षक शैलेन्द्र कुमार मैत्रेय ने हेड जेल वार्डन सोनवीर सिंह एवम 3 वार्डन अभयराम, हीरेन्द्र कुमार सारस्वत और विजय सिंह के निलंबन की संस्तुति की। डीआईजी जेल संजीव कुमार त्रिपाठी को संस्तुति भेजी। प्रथमदृष्टया इनकी लापरवाही पाई गई।

जेल अधीक्षक ने सदर थाने में बंदियों की फरारी का मामला दर्ज कराया। एनडीपीएस, गैंगस्टर, मोबाइल चोरी आदि सामान्य अपराध में बंद थे। भागने वाले कैदियों में विफल रहे बंदी के पैर की हड्डी टूट गई है जिसके बाद उसे जेल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

मथुरा जिला की किशोर बैरक से रविवार की देर रात तीन किशोर बंदी भाग निकले। उनका एक साथी गिरकर घायल हो जाने के चलते पकड़ा गया। तीनों ही मथुरा और आगरा के रहने वाले हैं। घटना से जेल प्रशासन में हड़कंप है।

मथुरा की जिला जेल में किशोर बैरक भी है। इसमें कलुआ उर्फ शेरा पुत्र नवाब खा निवासी किशोरपुरा वृन्दावन, संजय पुत्र रमेश सिह निवासी अछनेरा आगरा, राहुल कुशवाहा पुत्र तहसीलदार सिंह निवासी गांव हथौड़ा बलदेव और राहुल भी बंद थे। इन्हें जेल के बीच मे बनी टिन की छत वाली बैरक में रखा गया था। रविवार की देर रात करीब दो बजे इन्होंने टिन तोड़ी इसके बाद बाहरी दीवार फांदकर भागने की कोशिश की। इसमें राहुल नाम का कैदी गिरने से घायल हो गया और पकड़ा गया। बाकी के तीनों भागने में सफल हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही जेल प्रशासन मेें हड़कंप मच गया।

इसे सुरक्षा में भारी चूक माना जा रहा है। ये भी आशंका है कि इसमें जेल प्रशासन की मिलीभगत हो। मौके पर आला अधिकारी पहुंच चुके थे और छानबीन की जा रही थी।