लखनऊ: यूपी के डीजीपी सुलखान सिंह रविवार को रिटायर होने वाले हैं. उनकी जगह ओपी सिंह प्रदेश के नए डीजीपी होंगे. यूपी के मुख्य सचिव राजीव कुमार, प्रधान सचिव गृह और मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली समिति की सिफारिशों पर राज्य सरकार ने भारत सरकार से ओम प्रकाश सिंह की सेवाएं उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है.

नए डीजीपी ओपी सिंह 1 जनवरी, 2018 को कार्यभार ग्रहण करेंगे. वहीं सिंह को अचानक चैन्नई से लखनऊ बुलाया गया. बताया जा रहा है कि ओपी सिंह लखनऊ पहुंच गए हैं.

वर्तमान में कार्यवाहक डीजीपी का काम एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार देखेंगे. ओपी सिंह वर्तमान में डीजी सीआईएसएफ के रूप में तैनात हैं. ओपी सिंह वरिष्ठता में सबसे लंबे कार्यकाल वाले 7वें नंबर पर हैं. उनका कार्यकाल ढाई साल का होगा.

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल और परमाणु प्रतिष्ठानों, नागरिक हवाई अड्डों और मेट्रो की रक्षा करने वाले आईपीएस अधिकारी ओपी सिंह अब यूपी के नये डीजीपी होंगे.

ओपी सिंह उत्तर प्रदेश कैडर के 1983 बैच अधिकारी हैं, जो राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक के रूप में सेवा कर रहे थे. उनका कार्यकाल जनवरी 2020 तक है. वीरता के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक से सजाया जाने वाले वर्तमान में एकमात्र डीजी रैंक के अधिकारी, एनडीआरएफ में कुछ बेहतरीन मानक संचालन प्रक्रियाओं की शुरुआत करने के लिए श्रेय दिया गया है और बड़े पैमाने के दौरान मैदान पर अपने लोगों का नेतृत्व किया है.

नेपाल भूकंप बचाव और राहत कार्यों पिछले वर्ष उन्होंने एसपीजी, सीआरपीएफ और सीआईएसएफ में पहले सेवा की थी. वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के छात्र रहे हैं और और आपदा प्रबंधन में एमबीए की डिग्री उन्हें प्राप्त है.

बता दें, कि सितंबर महीने में सुलखान स‍िंह को रिटायर्मेंट मिला था, लेकिन शासन ने उनको तीन महीने का सेवा विस्तार दे दिया था. वहीं सेवा विस्तार भी 31 दिसंबर को खत्म हो रहा है. ऐसे में अब सूबे में नए डीजीपी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. वहीं सरकार को ऐसे डीजीपी की तलाश भी है जो 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को संपन्न करा सके.