रांची: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से उनके वकील प्रभात कुमार भी मुलाकात नहीं कर पा रहे। शुक्रवार को वकील प्रभात कुमार अपने मुवक्किल से चारा घोटाला से जुड़े केस के संबंध में बातचीत करना चाहते थे। जेल गेट आने के बाद उन्होंने अपना विजिटिंग कार्ड अंदर भिजवाया। लेकिन जेल प्रशासन ने उन्हें लालू प्रसाद से मिलवाने से इंकार कर दिया। बाद में प्रभात कुमार ने जेल सुपरिटेंडेंट को मुलाकात के लिए लिखित आवेदन दिया। लेकिन इसके बाद भी प्रभात कुमार को लालू प्रसाद से मिलने की इजाजत नहीं दी गई।

प्रभात कुमार ने बताया कि जेल मैनुअल के नाम पर संवैधानिक अधिकार का हनन किया जा रहा। उन्होंने कहा कि बार काउंसिल के सदस्यों को कैदियों से मिलने की मनाही नहीं होती। लेकिन मैनुअल का बहाना बनाकर जेल प्रशासन उन्हें रोक रहा है। प्रभात कुमार ने कहा कि कोर्ट खुलने के बाद वह इस मामले में प्रशासन के खिलाफ याचिका फाइल करेंगे।

हर रोज की तरफ शुक्रवार को भी बहादुरपुर विधायक भोला प्रसाद नेनुआ, लाल साग और भिंडी लेकर जेल गेट आए थे। लालू प्रसाद को उन्होंने सेव, संतरा, पपीता और अंगूर भेजा।

राजद प्रमुख लालू प्रसाद से मुलाकात करने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी 1 जनवरी को रांची जा सकती हैं। जब से लालू लालू प्रसाद रांची के होटवार जेल में बंद में बंद हैं, उनसे मिलने राबड़ी देवी अब तक नहीं गई हैं। इसलिए रविवार को उनके रांची रवाना होने और एक जनवरी को जेल में बंद लालू प्रसाद से मुलाकात की तैयारी की चर्चा है। राजद सूत्रों के अनुसार राबड़ी देवी लालू प्रसाद के स्वास्थ्य का हाल जानने रांची जा सकती हैं। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। बताया गया कि राबड़ी देवी का भी स्वास्थ्य इन दिनों खराब रह रहा है, इसलिए कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के पूर्व लालू प्रसाद से भी विचार-विमर्श होगा। राबड़ी देवी हर साल नववर्ष पर गुलाब का फूल भेंटकर लालू प्रसाद को शुभकामनाएं देती रही हैं।