लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी का अवैध खनन पर रवैया जीरो टॉलरेंस का है। प्रदेश में सत्ता संभालते ही माननीय मुख्यमंत्री जी ने स्पष्ट कह दिया था कि अब यूपी में माफिया राज नहीं चलेगा। फतेहपुर में अवैध खनन पर चार अफसरों पर कड़ी कार्रवाई करना भाजपा सरकार की मंशा को स्पष्ट करता है।

भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि इससे पहले भी माननीय मुख्यमंत्री जी अवैध खनन की शिकायत मिलने पर गोंडा में अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई कर चुके है। अवैध खनन में लिप्त भ्रष्ट अधिकारियों पर जिस तरह से श्री योगी आदित्यनाथ जी ने कड़ी कार्रवाई की है उसकी मिसाल विपक्षी सपा और बसपा की सरकारों में तो देखने को ही नही मिलती है। इन दोनों सरकारों के दौरान प्रदेश में सरकारी संरक्षण में अवैध खनन होता था। नदियों का सीना चीरकर खनन माफिया बड़ी बड़ी मशीनों से अवैध खनन करते थे। इसके बाद ये माफिया ओवरलोडिंग का खेल करते थे।

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि अवैध खनन के जरिये एक ओर जहां सरकारी राजस्व को को चोट पहुंचाने के साथ पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया जाता था वहीं दूसरी ओर ओवरलोडिंग ने प्रदेश में सड़कों का हाल बुरा कर दिया था। प्रदेश में भाजपा सरकार अवैध खनन को रोकने के किये हर संभव प्रयास कर रही है। अब खदानों की नीलामी के लिए ई-टेंडरिंग व्यवस्था लागू की गई है ताकि खनन माफियाओं के सिंडिकेट को तोड़ा जा सके।

डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि ई-टेंडरिंग व्यवस्था लागू होने से अब छोटे कारोबारी भी खनन व्यवस्था में शामिल हो पा रहे हैं। वहीं प्रदेश सरकार ने ओवरलोडिंग पर भी सख्त रवैया अपना रखा है। इतना ही नहीं प्रस्तावित यूपीकोका कानून में खनन माफिया के सिंडिकेट को जड़ से उखाड़ने के किये बेहद कड़े प्रावधानों का समावेश किया गया है। अवैध खनन पर रोक लगने से ही विपक्षी दल बौखलाए हुए हैं।