नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अहमदाबाद की साबरमती सीट पर एक स्कूल में बनाए गए पोलिंग बूथ के बाहर गाड़ी में खड़े होकर लोगों से मिलने पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं. कांग्रेस का कहना है कि ये एक रोड शो था, लेकिन चुनाव आयोग की नज़र इस पर नहीं पड़ी. ये चुनाव आयोग का दोहरा मापदंड नहीं तो और क्या है?

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा है कि हम बीजेपी के मन मुताबिक दास की तरह काम कर रहे चुनाव आयोग के दोहरे मापदंड का खुलासा करेंगे. पीएम ने रोड शो किया और दब्बू एजेंसियों ने संविधान का खुला उल्लंघन किया. क्या चुनाव आयोग अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों को छोड़कर पीएम के निजी सचिव की तरह काम कर रहा है?

सुरजेवाला ने कहा कि गुजरात विधानसभा चुनाव में मतदान के बाद प्रधानमंत्री का रोड शो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है. उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री की हरकतों से लग रहा है कि उन्होंने हार स्वीकार कर ली है. आज जब हमने चुनाव आयोग से अपनी शिकायत के बारे में पूछा तो कहा कि पांच बजे के बाद जवाब देंगे. वहीं अशोक गहलोत ने कहा कि लगता है चुनाव आयोग पूरी तरह पीएम के दबाव में काम कर रहा है. पीएम ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है.

कांग्रेस ने कहा कि हमारी शिकायतों पर चुनाव आयोग ने आंखें मूद ली है ओर फिक्‍की के कार्यक्रम पर भी कोई एक्‍शन नहीं लिया है. उन्‍होंने कहा कि आयोग में शर्म बची हो तो एक्‍शन लेना चाहिए और आयोग के सीईसी अब पीएम के निजी सचिव बन गए है.

आपको बता दें कि साबरमती सीट पर एक स्कूल में बनाए गए मतदान केन्‍द्र पर पीएम मोदी ने मतदान किया. प्रधानमंत्री अपना मत डालने के लिये मतदान केंद्र पर कतार में खड़े रहे और अपनी बारी का इंतजार किया. निशान उच्च विद्यालय में अपना वोट डालने के बाद प्रधानमंत्री ने सैकड़ों की संख्या में मौजूद समर्थकों को इंक लगी अपनी अंगुली दिखाई. वहां उपस्थित लोग ‘‘मोदी, मोदी’’ के नारे लगा रहे थे.

मतदान करने के बाद प्रधानमंत्री मतदान केंद्र के बाहर कुछ दूर तक पैदल चले और सड़क के दोनों ओर खड़े लोगों का अभिवादन किया. इसके बाद उन्होंने अपनी कार में पायदान पर खड़े होकर भीड़ का हाथ हिलाकर अभिवादन किया.इससे पहले आज सुबह प्रधानमंत्री ने मुम्बई में स्कॉर्पीन क्लास पनडुब्बी की श्रृंखला में पहली पनडुब्बी आईएनएस कलवरी का जलावतरण किया और उसके बाद अहमदाबाद के लिये रवाना हुए.