लखनऊ: रिहाई मंच मानवाधिकार दिवस 10 दिसंबर से 16 दिसम्बर तक लखनऊ में जन अभियान चलाएगा। 16 दिसंबर को यूपी प्रेस क्लब लखनऊ में सेमीनार का आयोजन होगा जिसके मुख्य वक्ता वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण होंगे। लाटूश रोड स्थित मंच कार्यालय में हुई बैठक में तय किया गया कि मानवाधिकार व लोकतांत्रिक अधिकारों पर बढ़ते हमले के खिलाफ गली-मोहल्लों में जाकर संवाद किया जाएगा।

वक्ताओं ने कहा कि पूरे सूबे में कानून व्यवस्था का इतना बुरा हाल है कि फर्जी मुठभेड़ के नाम पर सत्ता संरक्षण में पुलिस द्वारा की गई हत्याओं को सही ठहराने की कोशिश खुद मुख्यमंत्री द्वारा की जा रही है। प्रदेश में हिरासत में प्रतिदिन 1 व्यक्ति की मौत होती है जिस पर सरकार ने आपराधिक चुप्पी साध रखी है। सहारनपुर में दलितों के साथ हिंसा के बाद उनके नेताओं पर फर्जी मुकदमें व रासुका लगाया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार कह रहे हैं कि उनकी सरकार में दंगे नहीं हुए जबकि बलिया में भाजपा विधायक संजय यादव के संरक्षण में मुस्लिम समुदाय की दुकानों को लूटपाट व आग के हवाले किया गया। बैठक में राय बनी कि भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था, मंहगाई जैसे अहम सवालों से ध्यान बटाने के लिए सरकार फर्जी मुद्दों को उछालती है उन सवालों पर गंभीरता से संवाद की जरुरत है।

बैठक में सृजनयोगी आदियोग, ओपी सिन्हा, रफत फातिमा, शाहनवाज आलम, मो0 मसूद, अजीजुल हसन, डा0 मजहर, वीरेन्द्र गुप्ता, शबरोज मोहम्मदी, सैयद वसी, मान सिंह, डा0 एमडी खान, अनिल यादव, आसिफ अल्वी, नबी हसन, राजीव यादव मौजूद रहे।