अहमदाबाद: संजय लीला भंसाली की पद्मावती फिल्म पर जारी विवाद और सियासत लगातार जारी है. कई राज्यों में पद्मावती पर ग्रहण लगने के बाद अब गुजरात में भी इस फिल्म पर ग्रहण लग गया है. बीजेपी शासित राज्य राजस्थान और मध्य प्रदेश के बाद अब विधानसभा चुनाव वाले राज्य गुजरात में भी फिल्म पद्मावती को बैन कर दिया गया है.

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बुधवार को कहा कि 'गुजरात सरकार राजपूतों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली फिल्म 'पद्मावती' को राज्य में रिलीज की अनुमति नहीं दे सकती. हम अपने इतिहास के साथ छेड़छाड़ की इजाजत नहीं दे सकते. हम वाक् और अभिव्यक्ति की आजादी में विश्वास रखते हैं, मगर हमारी महान संस्कृति के साथ किसी भी तरह का गलत खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाता है.'

बता दें कि पद्मावती फिल्म 190 करोड़ की फिल्म है, जिसका पूरे देश में करणी सेना की ओर से विरोध-प्रदर्शन हो रहा है. करणी सेना का कहना है कि पद्मीनी 13वीं सदी की वीर राजपूत योद्धा रानी थीं. करणी सेना का आरोप है कि फिल्म में दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मावती के बीच रोमांस को दिखाया गया है, जो इतिहास के साथ छेड़छाड़ है. किंवदंती है कि राजा के मरने के बाद रानी पद्मावती ने खिलजी के चुंगल में आने से पहले ही अपने आपको आग के हवाले कर दिया था, क्योंकि खिलजी रानी पद्मावती की सुंदरता पर मोहित हो गया था.

बता दें कि राजपूत करणी सेना के बढ़ते विरोध के बीच सरकारें हाथ खड़ी करती दिख रही हैं. पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश में फिल्म के रिलीज होने पर रोक का एलान कर दिया है. राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी कह चुकी हैं कि बिना जरूरी बदलावों के पद्मावती राजस्थान में रिलीज नहीं हो सकती.