नई दिल्ली: गुजरात पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल के कथित सेक्स सीडी को लेकर पाटीदार अनामत आंदोलन पार्टी (PAAS) ने बीजेपी पर आरोप लगाया है. गुरुवार को पार्टी के संयोजक दिनेश बांभणिया ने प्रेस कॉन्फ्रेस आयोजित कर कथित सेक्स सीडी पर अपना पक्ष रखा. पार्टी का साफ कहना है कि कुछ दिनों में गुजरात विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में बीजेपी ने हार्दिक पटेल को बदनाम करने के लिए ऐसी सीडी बनवाई है.

दिनेश बांभणिया ने आरोप लगाया कि सूरत के बिल्डर विमल पटेल, जीतू वघानी की ओर से इस तरह की सीडी बनवाई जा रही है. उनके मुताबिक, इसके लिए 40 करोड़ रुपये की डील हुई थी. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी हार्दिक पटेल की हालत आसाराम के बेटे नारायण साईं की तरह बनाना चाहती है.

उन्होंने कहा कि हार्दिक के साथियों को आशंका है कि उन्हें जो जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक बीजेपी ने महिला को पैसे देकर हार्दिक पटेल के खिलाफ रेप की एफआईआर दाखिल करने के लिए कहा है.
उनके मुताबिक, इस तरह की कुल 52 सीडी बनाई गई है. इसमें 22 तो हार्दिक पटेल की हैं, बाकी पार्टी के पदाधिकारियों की हैं. सभी सीडी भारत के बाहर मॉर्फ की गई हैं. दिनेश बांभणिया ने बताया कि उनके पास इसके बारे में कई सबूत हैं. जल्द ही मामला दर्ज किया जाएगा.

बता दें कि कथित सेक्स सीडी को लेकर बुधवार को हार्दिक पटेल भावुक हो गए थे. उन्होंने भरूच में आयोजित एक रैली में कहा, 'यदि मैं गलत हूं तो मुझे मार दो लेकिन यह लड़ाई मेरे बारे में नहीं है. यह पाटीदारों, महिलाओं और किसानों के अधिकारों की लड़ाई है.' हार्दिक ने आशंका जताई कि जल्द ही उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न का केस भी दर्ज किया जा सकता है.

हार्दिक ने आरोप लगाया कि सेक्स टेप और उनकी छवि खराब करने के पीछे कुछ आईएएस और आईपीएस अधिकारी हैं. उन्होंने कहा, 'कुछ आईएएस और आईपीएस अधिकारियों ने धमकी दी थी कि यदि मैं आरक्षण आंदोलन को खत्म नहीं करुंगा तो मेरी छवि खराब करने के लिए मेरा सेक्स विडियो जारी किया जाएगा. मैं उनकी ब्लैकमेलिंग के आगे नहीं झुका, तो बीजेपी ने सेक्स वीडियो जारी कर दिया.'