एसएमई मैन्यूफैक्चर्स की बहुलता वाले प्लास्टिक उद्योग ने प्लास्टि उत्पादों पर जीएसटी की दर 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत करने का स्वागत किया है। प्लास्टिक उत्पादों जैसे कि प्लास्टिक फ्लोरिंग, फैब्रिक्स, फर्निचर, वैकुम फ्लास्क बॉथ और सैनिटरी फिटिंग तथा कई अन्य उत्पादों (जिनका उल्लेख नहीं है) पर जीएसटी वसूली 18 प्रतिशत होगी। असंगति दूर किए जाने से उद्योग खुश है, इससे अंतिम उपभोक्ताओं को लाभ होगा और भारतीय बाजार में मैन्यूफैक्चरसज् प्रतिस्पर्धा में बने रहेंगे। जीएसटी दरों की तार्किकीकरण का सबसे बड़ा लाभार्थी प्लास्टिक उद्योग है, जिसकी घोषणा गत सप्ताह सरकार ने की थी।

प्लास्टइंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष के के सेकसरिया ने बताया कि प्लास्टिक आइटमों पर से जीएसटी दरों में अनियमितताएं दूर करना सरकार द्वारा उठाया गया एक सही कदम है। पूरा उद्योग 28 प्रतिशत की इस दर से पीड़ित था और मैन्यूफैक्चरर्स को प्रतिस्पर्धा में बने रहने में कठिनाई हो रही थी। इस कटौती के लिए हम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, वित्रमंत्री श्री अरूण जेटली और जीएसटी कौंसिल केे सदस्यों तथा सभी राज्यों केे वित्रमंत्रियों के शुक्रगुजार है। हकीकत में, प्लास्टइंडिया फाउंडेशन से उद्योग अग्रकिायों केे निरंतर प्रतिपादन, जीएसटी दरों के निर्णय में इसके संस्थापक सदस्यों और राजनीति एवं नौकरशाही अग्रकिायों के साथ सभी अंशधारक शामिल रहे है, से पूरे उद्योग और आम लोगों को लाभ हुआ है।

प्लास्टइंडिया फाउंडेशन भारत में प्लास्टिक उद्योग की शीर्ष संस्था है और इसने सरकार के पास उंची जीएसटी दरों की असरों का मुद्दा उठाया तथा डीसीपीसी, केंद्र सरकार, राज्य सरकारों, जीएसटी कौंसिल, राजनीतिक नेताओं, इत्यादि केे पास इस बात को रखा, जब इस साल मई में जीएसटी दर घोषित की गई थी।

सरकार के निर्णय से अनेक उद्योग खिलाडियों को राहत मिली है। प्लास्टइंडिया फाउंडेशन की जीएसटी पर उपसमित के चेयरमैन और सुप्रीम इंडस्ट्रीज लिमिटेड केे कार्यकारी निदेशक वी के तापडिया ने कहा कि हम प्लास्टिक केे सभी उत्पादों पर जीएसटी दर 18 प्रतिशत लाने के लिए सही निर्णय लेने पर सरकार की सराहना करते है, जो आम आदमी के उपयोग की प्राथमिक चीज है, तथा प्लास्टिक कच्चे माल केे लिए जीएसटी की भी। इससे असंगति दूर होगी और अनुपालन बढ़ेगा। प्लास्टिक उत्पाद आम आदमी के लिए अर्फोडेबल हो गया है। उनका बोझ कम कर उनके जीवन को अधिक अनुकूल किया है।

प्लास्टिक उद्योग केे अग्रकाी, जिन्होंने जीएसटी दर तर्कसंगत का मामला नियमित उठाया ऐसे श्री सुरेंद्र चैधरी और श्री जयेश रम्भिया ने कहा कि प्लास्टिक प्रॉडक्टों पर जीएसटी दर कम करने के निर्णय का सकारात्मक असर घरेलू खर्च का अच्छी तरह से प्रबंधन करने की उपभोक्ताओं की क्षमताओं पर होगा। प्लास्टिक में करीब 40,000 से अधिक एसएमई खिलाडियों को जीएसटी दर मे कटौती करने की घोषणा से राहत मिली है।