लखनऊ: हाईकोर्ट की ग्रुप सी और ग्रुप डी परीक्षा में सॉल्वर गैंग की गिरफ्तारी मामले एसटीएफ को महत्वपूर्ण सफलता हाथ लगी है.

10 नवंबर को एसटीएफ की इलाहाबाद यूनिट ने परीक्षा में सॉल्वर गैंग का खुलासा किया था. उसी क्रम में सोमवार को राजधानी लखनऊ से एसटीएसफ टीम ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें गैंग का सरगना भी शामिल है.

गिरफ्तार लोगों के पास से एक कार, 7 इलेक्ट्रिॉनिक डिवाइस लगी बनियान, 2 इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लगी ब्रा, 6 ब्लूटूथ डिवाइस, 9 ब्लूटूथ बैटरी बरामद की गई है. साथ ही गैंग की मदद से परीक्षा में पास होने वाले युवको की मार्कशीट, उनके वोटर कार्ड, आधार कार्ड भी बरामद किए गए हैं.

एसटीएफ के अनुसार गिरफ्तार तीन अभियुक्तों में से एक 2015 में सीपीएमटी की पेपर लीक कराने में जेल भी जा चुका है.

गिरफ्तार अभियुक्तों में रविशंकर तिवारी, गोपालगंज, बिहार का रहने वाला है. वहीं जयकेश मिश्र बलिया के रसहा का और अच्युतानंद पांडेय कुशीनगर के तुर्क पट्टी का रहने वाला है.

एसटीएफ ने इन तीनों को लखनऊ में पिकाडली होटल के पास से गिरफ्तार किया है. जांच में पता चला कि रविशंकर तिवारी ही गिरोह का सरगना है. उसने पिछले 3 सालों में कई प्रतियोगी परीक्षाओं में साल्वर के माध्यम से कई अभ्यर्थियों को पास कराया है. हर अभ्यर्थी से ये 2 से 3 लाख रुपए लेते थे.

हाईकोर्ट की परीक्षा के लिए भी इन्होंने एडवांस के तौर पर डेढ़ दर्जन अभ्यर्थियों से 50-50 हजार रुपए लिए थे.

पता चला कि अच्युतानंद पांडेय इससे पहले 2015 की सीपीएमटी परीक्षा का पेपर आउट कराने के मामले में एसटीएफ द्वारा ही गिरफ्तार किया गया था. वहीं जयकेश मिश्र पेपर सॉल्वर है.