लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक नेे आज संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ में इण्डियन सोसाइटी फाॅर मेडिकल स्टेटिसटिक्स के 35वें वार्षिक अधिवेशन का उद्घाटन किया। राज्यपाल ने उद्घाटन सत्र में मेडिकल स्टेटिसटिक्स में लाइफ टाइम अचीवमेन्ट पुरस्कार 2015-16 प्रो0 सुन्दर राव तथा 2016-17 के लिए डाॅ0 राधाकृष्णन एवं फैलोशिप आॅफ सोसाइटी के लिए प्रो0 वी0के0 तिवारी को अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो0 राकेश कपूर, विशिष्ट अतिथि डाॅ0 ओमकार राय महानिदेशक, एस0टी0पी0आई0, प्रो0 श्रीकुमार नायक, संस्थान के डीन डाॅ0 राजन सक्सेना सहित देश के अन्य प्रांतों से आए विशेषज्ञ एवं सोसाइटी के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे। राज्यपाल ने अपने वक्तव्य से पूर्व एन0टी0पी0सी0 में हुए हादसे पर दुःख व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति एवं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।

राज्यपाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सांख्यिकी का जीवन के सभी क्षेत्रों में महत्व है, विशेषकर चिकित्सा के क्षेत्र में। चिकित्सकीय सांख्यिकी की शोध और जांच में अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका है। चिकित्सकीय ज्ञान मात्र एक विषय पर आधारित नहीं है बल्कि जैव भौतिकी, जैव रासायन एवं जैव सांख्यिकी की भी आवश्यकता पड़ती है। स्वस्थ एवं रोगमुक्त जीवन के लिए नये उपचार एवं नई औषधियों पर दीर्घकालीन अनुसंधान की आवश्यकता है। अनुसंधान को वैज्ञानिक दृष्टि से संकलित करने में सांख्यिकी का महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापरक शोध के लिए चिकित्सा शिक्षा के अन्य संस्थानों को भी चिकित्सकीय सांख्यिकी का अनुसरण करना चाहिए।

श्री नाईक ने कहा कि विज्ञान का उपयोग सामान्य व्यक्ति के लाभ के लिए करें। चिकित्सा सेवा मानव जीवन की जरूरत है। इस क्षेत्र को कैसे अधिक उपयोगी बनाया जाए, इस पर विचार करना चाहिए। भारत में प्रतिभा की कमी नहीं है। विदेशों में भारतीय चिकित्सक नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। प्रतिभा पलायन को रोकने के लिए व्यापक कदम उठाने की जरूरत है। राज्यपाल ने आश्वासन दिया कि अधिवेशन में विचार विमर्श से जो महत्वपूर्ण निष्कर्ष निकलेंगे, यदि उसकी प्रति उन्हें प्राप्त होगी तो वे केन्द्र और राज्य सरकार तक उनकी बात पहुँचाने का प्रयास करेंगे।

कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक प्रो0 राकेश कपूर ने कहा कि चिकित्सा में साक्ष्य आधारित प्रगति के लिए चिकित्सकीय सांख्यिकी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि सांख्यिकी के आधार पर नए विषयों पर शोध किया जा सकता है।

अधिवेशन में प्रो0 सी0एम0 पाण्डेय अध्यक्ष इण्डियन सोसायटी फाॅर मेडिकल स्टेटिसटिक्स एवं महासचिव प्रो0 एस0के0 नायर सहित अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखें। इस अवसर पर एक स्मारिका का भी विमोचन किया गया।