लखनऊ: दिसम्बर माह में मिस इंडिया खादी, उत्तर प्रदेश खादी बोर्ड द्वारा लगायी जाने वाली खादी परिधानों की प्रदर्शनी में खादी के उपयोग को ग्लैमरस ढंग से प्रोत्साहित करने की पूरी तैयारी कर ली गई है।

इस योजना के अनुसार खादी प्रदर्शनी के दौरान मिस इंडिया खादी और रोटी-कपड़ा फाउंडेशन, लखनऊ की ओर से फैशन शो का आयोजन किया जायेगा। जिसमें फैशन टेक्नोलाॅजी की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं द्वारा निर्मित खादी के वस्त्रों को प्रदर्शित किया जायेगा।

लोगों के बीच खादी को लोकप्रिय बनाने और खादी को आधुनिक जीवन शैली के अनुरूप ढ़ालने की दिशा में एक प्रयास के फलस्वरू राजधानी लखनऊ से प्रारम्भ हुई मिस इंडिया खादी अखिल भारतीय खादी प्रतियोगिता आज देश के लिए खादी का गौरव बन चुकी है।

मिस इंडिया खादी बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अंकुश अनामी जानकारी देते हुए बताया कि, इस वर्ष खादी बोर्ड रोटी कपडा फाउंडेशन, लखनऊ के सहयोग से सामाजिक समस्याओं जैसे एसिड अटैक, महिला सशक्तिकरण, बेटी बचाओ पर आधारित खादी फैशन शो आयोजित करेगा जिसमें एमिटी विश्वविद्यालय लखनऊ परिसर के छात्र-छात्राओं द्वारा बनाए गए खादी के वस्त्रों का प्रर्दशन किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि इस खादी प्रदर्शनी का आयोजन लखनऊ सहित देश के विभिन्न भागों में किया जायेगा। जिसका शुभारम्भ आगामी दिसम्बर माह में राजधानी लखनऊ से किया जायेगा।

रोटी कपड़ा फाउंडेशन के संस्थापक आशुतोष ने बताया कि, फैशन शो में एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी स्कूल आॅफ फैशन टेक्नोलाॅजी के छात्रों द्वारा डिजाइन किये गये वस्त्रों को प्रदर्शित किया जायेगा। इन वस्त्रों के लिए माॅडलिंग भी एमिटी के ही छात्र-छात्राएं करेंगी। उन्होंने कहा कि खादी और स्वदेशी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्राथमिकताओं में शामिल है। खादी के उत्पादन से देश का किसान जुड़ा है अगर खादी को आधुनिक जीवन शैली का अंग बनाकर पुनः प्रचलन में लाया जा सका तो इससे जुडे गरीब तबके के लाखों बुनकरों, मजदूरों और किसानों को लाभ पहुंचेगा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश खादी बोर्ड इस बात का भी प्रयास कर रहा है की उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित होने वाली 15 दिवसीय प्रदर्शनी में बच्चो द्वारा बनाये इन वस्त्रो की बिक्री की जाये ताकि आगे के लिए इनके रोज़गार के साधन उपलब्ध करवाए जा सके।