बीजिंग: शी चिनफिंग को एक बार फिर अगले पांच सालों के लिए चीन का राष्ट्रपति चुन लिया गया है। देश की सत्तारूढ़ कम्यूनिस्ट पार्टी ने पिछले एक हफ्ते से चल रहे अपने सम्मेलन के अंत में राष्ट्रपति चिनफिंग के दूसरे कार्यकाल पर मुहर लगाई। पांच साल पर होने वाले इस सम्मेलन में 2350 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
आपको बता दें कि राष्ट्रपति के तौर पर लगातार दूसरे कार्यकाल के साथ ही चिनफिंग चीन से सबसे शक्तिशाली नेताओं में शुमार हो गए हैं। चिनफिंग का कद बढ़ाते हुए उनका नाम कम्युनिस्ट पार्टी के संविधान में भी शामिल कर लिया गया है।
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के पदक्रम में चिनफिंग और प्रधानमंत्री ली क्विंग (62) क्रमश: पहले और दूसरे नंबर पर हैं। दोनों ही पांच-पांच साल के दो कार्यकाल के आधार पर शीर्ष नेतृत्व पर बने रहेंगे। देश पर शासन करने वाली इस पार्टी की सात सदस्यीय स्टैंडिंग कमेटी के लिए कुछ नए सदस्य भी चुने जाएंगे। चिनफिंग और ली ने वर्ष 2012 में सत्ता संभाली थी और दोनों नेता 2022 तक सत्ता में बने रहेंगे। वहीं बुधवार को जब वे एक लाइव प्रसारण के दौरान मीडिया के समक्ष औपचारिक रूप से पेश होंगे, तब नई स्टैंडिंग कमेटी का भी एलान किया जाएगा।
हालांकि हांगकांग मीडिया की खबरों में कहा गया है कि कांग्रेस में चिनफिंग की राह शायद आसान न हो, क्योंकि भ्रष्टाचार विरोधी व्यापक अभियान का नेतृत्व करने वाले शी के करीबी सहायक वांग क्विशान के स्टैंडिंग कमेटी से इस्तीफा देने की संभावना है। इससे इन अटकलों पर एक तरह से विराम लगता है कि उनके लिए 68 साल में सेवानिवृत्ति संबंधी नियम को दरकिनार किया जाएगा। इसके अलावा कांग्रेस स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों की संख्या सात रख सकती है। जबकि बताया जा रहा है कि चिनफिंग इन सदस्यों की संख्या घटाकर पांच रखने के पक्ष में हैं।
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