नई दिल्लीः जहां एक ओर देश दीवाली का जश्न मना रहा था वहीं आबू धाबी में आयोजित 44 वीं वल्र्ड स्किल्स प्रतियोगिता में भारतीय टीम ने एक रजत (मोहित डुडेजा), एक कांस्य (किरण सुधाकर) और नौ उत्कृष्टता पदक जीत कर इतिहास रच दिया। यह 2007 में प्रतियोगिता की शुरूआत के बाद से भारत का सर्वश्रेष्ठ परफोर्मेन्स है। भारतीय टीम 59 अन्य वल्र्डस्किल सदस्य राष्ट्रों से आए उम्मीदवारों के साथ प्रतिस्पर्धा कर रही थी।

मोहित डुडेजा ने पेटीसरी एण्ड कन्फेक्शनरी में रजत पदक जीता जबकि किरण ने प्रोटोटाईप माॅडलिंग में कांस्य पदक हासिल किया। इसके अलावा टीम इण्डिया ने कई अन्य श्रेणियों जैसे मैकेट्रोनिक्स, ब्रिक-लेइंग, रेस्टोरेन्ट सर्विस, आॅटोमोबाइल टेकनोलोजी, ज्वैलरी, ग्राफिक डिज़ाइन टेकनोलोजी, मोबाइल रोबोटिक्स, ब्यूटी थेरेपी और कार पेंटिंग में नौ उत्कृष्टता पदक जीते हैं। दीपावली के दिन एक भव्य समापन समारोह में विजेताओं को पदक दिए गए, इन विजेताओं ने सही मायनों में देश के लिए रोशनी के इस त्योहार को जगमग कर दिया है! मोहित डुडेजा को भारतीय महाद्वीप में सर्वोच्च स्कोर के लिए ‘‘बेस्ट आॅफ नेशन’’ अवार्ड से भी सम्मानित किया गया।

शहाद शाहिदा मंज़िल ने कार पेंटिंग प्रतियोगिता में पेंट के अनुकूलतम इस्तेमाल के लिए 3 एम सस्टेनेबिलिटी चैलेन्ज में तीसरा स्थान हासिल किया।

50 वल्र्डस्किल्स सदस्य राष्ट्रों एवं क्षेत्रों से 1300 युवाओं ने 15-18 अक्टूबर के दौरान 51 कौशल प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। ऐसा पहली बार हुआ है कि कौशल के ओलम्पिक के नाम से विख्यात वल्र्ड स्किल्स इंटरनेशनल प्रतियोगिता का आयोजन मध्य पूर्व एवं उत्तरी अफ्रीका ;डम्छ।द्ध क्षेत्र में किया गया है। इस साल एनएसडीसी के नेतृत्व में कौशल विकास में उद्यमिता मंत्रालय के मार्गदर्शन में 26 कौशल श्रेणियों में 28 प्रतिभागियों की युवा टीम ने देश का प्रतिनिधित्व किया था।
प्रतियोगियों को प्रशिक्षण देने वाले कुछ भारतीय विशेषज्ञों को भी 2019 में काज़न, रूस में आयोजित अगली वल्र्ड स्किल्स प्रतियोगिता में निम्नलिखित ज़िम्मेदारियों के लिए चुना गया है।

साल 2015 के लिए भारत से वेब डिज़ाइन में वल्र्ड स्किल के प्रतियोगी चिराग गोयल को भी नौ चैम्पियन ट्रस्ट प्रतिनिधियों में चुना गया है, जो वल्र्ड स्किल प्रतियोगिताओं को कौशल उत्कृष्टता के विश्वस्तरीय केन्द्र के रूप में प्रोत्साहित करेंगे। चैम्पियन ट्रस्ट उन चैम्पियनों का समूह है जो प्रतियोगिता के दायरे से बाहर चैम्पियनों एवं वल्र्ड स्किल के बीच के अंतराल को दूर करने में योगदान देंगे।

भारतीय टीम को इस जीत पर बधाई देते हुए कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री धमेन्द्र प्रधान ने कहा, ‘‘यह अपने आप में अविश्वसनीय है और वल्र्डस्किल्स इंटरनेशनल प्रतियोगिता की शुरूआत के बाद से भारतीय टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इस कामयाबी ने सही मायनों में दीवाली को खास बना दिया है! आज का दिन भारत में कौशल कैलेंडर का महत्वपूर्ण दिन है और देश के लिए गर्व का मौका है। मैं भारतीय टीम को इस शानदार प्रदर्शन केे लिए बधाई देता हूँ, जिन्होंने देश के लिए सम्मान लाकर हमें गौरवान्वित कर दिया है। कौशल में एक व्यक्ति, समाज, देश एवं दुनिया में बदलाव लाने की अद्भुत क्षमता है और हमारा मानना है कि कौशल ही नए भारत के सपनों को साकार बना सकता है।’’

‘‘वल्र्डस्किल्स जैसे मंच युवाओं केे लिए कौशल के लिए प्रोत्साहित करते हैं। ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में युवाओं को कौशल की ओर आकर्षित करने हेतू हमने विजेताओं के लिए नकद पुरस्कार का भी ऐलान किया है। आने वाले समय में भी हम युवाओं के विकास के लिए प्रशिक्षण एवं शिक्षा में निवेश जारी रखेंगे, जो 2022 तक भारतीय दृष्टिकोण का मुख्य पहलू है।’’ श्री प्रधान ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा।
वल्र्डस्किल्स 2017 के लिए आधिकारिक प्रतिनिधि श्री राजेश अग्रवाल ने कहा, ‘‘हमें खुशी है कि भारतीय टीम वल्र्डस्किल्स इण्डिया 2017 में एक रजत, एक कांस्य और 9 उत्कृष्टता पदक लेकर आई है। देश को हमारे इन प्रतिभाशाली युवाओं के आत्मविश्वास, जोश एवं पक्के इरादे से प्रेरणा लेनी चाहिए, जिन्होंने चीन, रूस, कोरिया, जापान और ब्राज़ील जैसे देशों के खिलाफ़ कौशल के ओलम्पिक में अपना लोहा मनवा लिया है। अगले वल्र्डस्किल्स के लिए हम जल्द ही तैयारियां शुरू कर देंगे और मैं ज़्यादा से ज़्यादा युवाओं को प्रोत्साहित करता हूं कि इस अन्तरराष्ट्रीय मंच पर देश को गौरवान्वित करने में अपना योगदान दें।’’
इस मौके पर राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के प्रबन्ध निदेशक एवं सीईओ श्री मनीष कुमार ने कहा, ‘‘हमारे चैम्पियनों को बहुत-बहुत बधाई जिन्होंने हमारे त्योहारों के जश्न को कई गुना बढ़ा दिया है! हमारे जोशीले और उत्साही युवाओं ने एक बार फिर से अपनी क्षमता को साबित किया है। हमें विश्वास है कि हमारे ये चैम्पियन देश के अन्य युवाओं को भी व्यवसायिक प्रशिक्षण चुनने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। प्रतियोगिता ने साबित कर दिया है कि हम समय के साथ बेहतर हो रहे हैं। मैं सीआईआई, एफआईसीसीआई, क्रेडाई, उद्योग जगत के अन्य साझेदारों एवं सेक्टर स्किल परिषदों के प्रति आभारी हूं जिन्होंने इस जीत में अपना सहयोग प्रदान किया है।