लखनऊ: भैया दूज के साथ रविवार को बहनें घर लौंटी तो वाहनों के दबाव से नेशनल हाईवे से लेकर यमुना एक्सप्रेस-वे तक पर भीषण जाम लग गया। खंदौली में यमुना एक्सप्रेस-वे पर पुलिस अधिकारी के जाम में फंसने की सूचना पर पुलिस के पसीने छूट गए। एंबुलेंस और टूरिस्ट वाहन भी जाम में फंस गए। कानून-व्यवस्था को बिगड़ता देख जिलाधिकारी गौरव दयाल ने खंदौली टोल को फ्री करवा दिया। शाम करीब छह बजे यातायात सामान्य हो सका।

आमदिनों में एक्सप्रेस-वे पर प्रतिदिन 15 से 20 हजार वाहन गुजरते हैं। रविवार को करीब एक लाख वाहनों के दबाव से यमुना एक्सप्रेस-वे पर यातायात संचालन की स्थिति बिगड़ गई। दोपहर एक बजे से जाम की स्थिति शुरू हुई। शाम होते- होते आलम यह हो गया कि खंदौली टोल से वाहनों की लाइनें चार किलोमीटर तक पहुंच गई। टोल पर इसको लेकर विवाद भी होने लगा। शाम करीब पांच बजे पुलिस अधिकारी के परिवार सहित जाम में फंसने की सूचना जैसे ही खंदौली पुलिस को मिली हड़कंप मच गया। थाना प्रभारी पुलिस बल लेकर टोल की तरफ दौड़े। मौके पर पहुंच यातायात संचालन में जुट गए। जाम में एंबुलेंस और पर्यटकों के वाहन भी फंसे हुए थे। पुलिस ने पहले एंबुलेंस को निकालना शुरू कराया। उधर, भीषण जाम की जानकारी होते ही डीएम गौरव दयाल ने टोल प्रबंधन को टोल फ्री करने के आदेश दिए। इस पर टोल को करीब एक घंटे के लिए फ्री कर दिया गया।

एक घंटे टोल फ्री करने पर जेपी ग्रुप को लाखों रुपये का नुकसान झेलना पड़ा। यातायात का दबाव अत्यधिक हो जाने के कारण टोल फ्री करने के लिए आदेश जारी किए थे। डीएम ने यह भी आदेश दिए थे कि जब तक यातायात का दबाव कम न हो तब तक टोल को फ्री रखा जाए। जेपी ग्रुप के अधिकारी ब्रिगेडियर पीके सहगल का कहना है कि डीएम के आदेश पर वाहनों का ज्यादा दबाव होने पर करीब एक घंटे के लिए टोल फ्री कर दिया गया था।