नई दिल्ली: गुजरात में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व काफी गंभीरता से अपनी रणनीति बना रहा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मार्च से अपने गृह राज्य का 10 बार से अधिक दौरा कर चुके हैं और एक बार फिर उनका 22 अक्टूबर को गुजरात जाने का कार्यक्रम है. प्रधानमंत्री ने कल कहा था कि "मैं 22 तारीख (अक्तूबर) को फिर से अपने ड्रीम प्रोजेक्ट गोगा-दाहेज रोरो फेरी सर्विस का उद्घाटन करने आ रहा हूं." दरअसल पिछले करीब 15 वर्ष में राज्य में पहली बार भाजपा गुजरात में चुनाव नरेन्द्र मोदी के बिना लड़ रही है जो 2014 में देश के प्रधानमंत्री बन चुके हैं. गुजरात में ऐसे राजनीतिक हालात बने हैं कि भाजपा के समक्ष गंभीर चुनौती संभावित है. इन्हीं परिस्थितयों में प्रधानमंत्री मोदी लगातार अपने गृह राज्य गुजरात का दौरा कर रहे हैं. दूसरी, ओर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी लगातार गुजरात की यात्रा कर चुके हैं.

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि गुजरात की जनता विकास के महत्व को समझती है और कांग्रेस के झांसे में नहीं आने वाली है. उत्तरप्रदेश का चुनाव परिणाम उदाहरण है कि किस प्रकार अब लोग विकास के महत्व को समझने लगे हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस वर्ष 8 मार्च को गुजरात के दौरे पर गए थे जहां उन्होंने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला सरपंचों को संबोधित किया था. इसके बाद वे 7 अप्रैल को बोटाड में एक समारोह में हिस्सा लेने गए थे. 16-17 अप्रैल को मोदी सूरत में एक अस्पताल और पशुओं के चारा उत्पादन का संयंत्र का उद्घाटन करने गए थे. 22 मई को प्रधानमंत्री कांडला पोर्ट पर एक समारोह में हिस्सा लेने गए थे और जून के अंत में वे दो दिवसीय दौरे पर गुजरात गए थे. जुलाई में प्रधानमंत्री बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने वहां गए थे जबकि अगस्त में उन्होंने नर्मदा महोत्सव में हिस्सा लिया था. मोदी 4 सितंबर को जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ अहमदाबाद में बुलेट ट्रेन की नींव रखी थी. इसके बाद, 17 सितंबर को वे अपने जन्मदिन पर भी राज्य में थे.

7 अक्टूबर को वे दो दिन के गुजरात दौरे पर पहुंचे थे. तब उन्होंने राजकोट, वडनगर और गांधीनगर में विकास से जुड़ी कई परियोजनाओं की नींव रखी थी. कुछ परियोजनाओं का शुभारंभ भी किया था. प्रधानमंत्री 8 अक्टूबर को अपने गांव वडनगर भी गए थे और आसपास के इलाके में रोड शो भी किया था. प्रधानमंत्री ने 16 अक्टूबर को गांधीनगर में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था. प्रधानमंत्री अब 22 अक्टूबर को गुजरात के दौरे पर जाने वाले हैं.

उल्लेखनीय है कि गुजरात में भाजपा करीब 18 वर्षो से सत्ता में है, ऐसे में सरकार के विरोध में लोगों के रूख होने की आशंका और कुछ समय से राज्य में चल रहे पाटीदार आंदोलन के मद्देनजर भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है.